अब ड्रोन से गुलदारों की गतिविधि पर रखी जा रही नजर, आदमखोर पर कसेगा शिकंजा
बागेश्वर में इस पर लगाम लगाने के लिए एक नया तरीका खोजा है। अब ड्रोन कैमरे से उसकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।
नैनीताल, जेएनएन : पूरे पहाड़ पर गुलदार ने आतंक मचा रखा है। आए दिन बच्चे, काम के लिए निकले लोगों व पशुओं पर आक्रमण कर रहे हैं। कई मामलों में जान तक चली गई। इसके अलावा बागेश्वर सहित कई जिलों में गुलदार के आदमखोर होने की भी खबर है। ऐसे ही एक मामले में बागेश्वर में इस पर लगाम लगाने के लिए एक नया तरीका खोजा है। अब ड्रोन कैमरे से उसकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। गुलदारों की फोटो खींची जा रही है और वीडियो भी बनाया जा रहा है। वह कब-कब मांद से बाहर निकल रहा है और किन स्थानों पर उसका आतंक है, इसकी सटीक जानकारी वन विभाग ने जुटानी शुरू कर दी है।
जिले में इस साल गुलदार के आतंक बढ़े और पांच मासूमों को गुलदार ने निवाला बनाया और दर्जनों मवेशी भी मार डाले। वन विभाग मुआवजे बांटता रहा है कुछ मवेशी पालकों को अभी भी मुआवजा राशि देनी है। ऐसे में जहां विभाग को लाखों का चूना लगा वहीं लोगों के कोप का भाजन भी विभाग हुआ है। विधायक चंदन राम दास ने विधानसभा में गुलदार के आतंक का मुद्दा भी उठाया और वन विभाग को सक्रिय करने के आदेश भी पारित हुए। इसी क्रम में वन विभाग ने भी कमर कस ली है। आपदा प्रबंधन विभाग से उधार में ड्रोन कैमरे लिया है। ड्रोन पहली बार कत्यूर घाटी में उड़ाया भी गया है। यहां एक माह तक ड्रोन उड़ाने का निर्णय लिया गया है और ड्रोन गुलदार की खोज करेगा। फोटो खींचेगा और वीडियो बनाएगा और वन विभाग फोटो और वीडियो से गुलदारों की संख्या का ठीक अंदाजा लगाएगा, उनके रहन-सहन, कितने दिन में वह भोजन के लिए मांद से निकल रहा है। किन स्थानों पर पानी पी रहा है और किस गांव में उसकी अधिक आमद है। यदि वन विभाग की यह खोज कामयाब रही तो अन्य संवेदनशील स्थानों पर भी ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल किया जाएगा।
ये स्थान संवेदनशील : हरीनगरी, कुलाऊ, पय्या, भिलकोट, ङ्क्षपगलो, सलखन्यारी, नदीगांव, जुलकिया, द्यांगण, कफलखेत, मेहनरबूंगा, कलक्ट्रेट, नीलेश्वर, चंडिका, मंडलसेरा, कठातयबाड़ा, ठाकुरद्वारा। बागेश्वर के डीएफओ आरके सिंह ने बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग से ड्रोन लिया गया है। गरुड़ क्षेत्र में उसे उड़ाया जा रहा है। एक माह का यह अभियान है। गुलदार की फोटो और वीडियो बनाई जा रही है। उसकी प्रत्येक गतिविधि कैमरे में कैद की जा रही है।
यह भी पढ़ें : रामनगर में आसमान से जमीन के भीतर मिनरल की खोज