कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लाकडाउन जरूरी, देवभूमि व्यापार मंडल ने की मांग
प्रदेश में पूरी तरह से लाकडाउन लगाया जाना जरूरी है। इसके साथ ही राशन दूध व सब्जी की दुकानों को सुबह नौ बजे तक ही खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए। सरकार की सख्ती से ही महामारी पर काबू पाया जा सकता है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : कोरोना महामारी के लगातार फैलने व जनहानि का ग्राफ बढ़ते देख व्यापारियों ने सरकार से दिनरात का सख्त लॉकडाउन शुरू करने की मांग की है। इसके साथ ही केवल राशन, दूध व सब्जी की दुकानों को कुछ घंटे की छूट देने का सुझाव दिया है।
देवभूमि व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष अमरजीत सिंह चड्डा ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की गति बेकाबू हो गई है। हजारों की संख्या में लोग संक्रमित होने के साथ ही मरने वालों की तादाद भी सैकड़ों में है। सरकारी आंकड़ा कोरोना संक्रमित व मृतकों का जो आंकड़ा दर्शा रहा है, वास्तविकता उससे काफी अधिक है। ऐसे हालातों में प्रदेश में पूरी तरह से लाकडाउन लगाया जाना जरूरी है। इसके साथ ही राशन, दूध व सब्जी की दुकानों को सुबह नौ बजे तक ही खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए। सरकार की सख्ती से ही महामारी पर काबू पाया जा सकता है।
वहीं देवभूमि व्यापार मंडल के महानगर अध्यक्ष गोविंद बगडवाल व महामंत्री राजीव जायसवाल ने भी वर्तमान हालातों को देखते हुए सख्त कफ्र्यू लगाने की मांग की है। उनका कहना है कि वर्तमान में जिस तरह का कफ्र्यू लगाया गया है, उससे महामारी को नहीं रोका जा सकता है। कफ्र्यू में छूट के दौरान बाजारों में भारी भीड़ उमड़ रही है। इस दौरान कोविड 19 सुरक्षा नियमों का पालन भी नहीं हो रहा है। प्रदेश उपाध्यक्ष दलजीत सिंह दल्ली, युवा प्रदेश अध्यक्ष मुकेश धींगड़ा, जिलाध्यक्ष कपूर ने भी पिछले साल की तरह सख्त लाकडाउन की मांग उठायी है। उनका कहना है कि यदि सरकार ने जल्द निर्णय नहीं लिया तो कोरोना संक्रमण बेकाबू हो जाएगा।
महामारी रोकने में सरकार नाकाम : हुकुम
देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल के संस्थापक प्रदेश अध्यक्ष हुकम सिंह कुंवर ने कहा है कि कोरोना महामारी से जनता की सुरक्षा करने में प्रदेश सरकार पूरी तरह नाकाम है। सरकार अगर पिछले साल से सबक लेकर स्वास्थ सेवाओं को दुरुस्त कर लेती तो ऐसे हालात नहीं बनते। हुकुम ने कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत के श्मशान घाटों की व्यवस्था चौक चौबंद करने के बयान की भी कड़े शब्दों में निंदा की है। हुकुम ने कहा कि राज्य की स्वास्थ सेवाओं का हाल पहले से ही खराब था। सरकार के मंत्री हरक सिंह रावत ने खुद इसे स्वीकार किया है।
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