गोविंद वल्लभ पंत पुस्तकालय की स्थिति है खराब फ‍िर भी पुस्‍तक प्रेमियों में क्रेज बरकरार

गोविंद वल्लभ पंत पुस्तकालय की स्थित जरुर खराब है पर यहा लोगों में किताबों के प्रति रुझान कम नही हुआ है। रोजाना लोग रुचि के अनुसार किताबों को पढऩे के लिए आते है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sat, 23 Feb 2019 03:05 PM (IST) Updated:Sat, 23 Feb 2019 08:28 PM (IST)
गोविंद वल्लभ पंत पुस्तकालय की स्थिति है खराब फ‍िर भी पुस्‍तक प्रेमियों में क्रेज बरकरार
गोविंद वल्लभ पंत पुस्तकालय की स्थिति है खराब फ‍िर भी पुस्‍तक प्रेमियों में क्रेज बरकरार

हल्द्वानी, जेएनएन : गोविंद  वल्लभ पंत पुस्तकालय की स्थित जरुर खराब है, पर यहा लोगों में किताबों के प्रति रुझान कम नही हुआ है। रोजाना लोग रुचि के अनुसार किताबों को पढऩे के लिए आते है। कुछ दिनों पहले यहा रूटीन मैगजीन, समाचार पत्रों का आना बंद हुआ पर फिर से इनकी शुरुवात हो गई है। रोडवेज बस स्टेशन के समीप नगर निगम के गोविंद वल्लभ पंत पुस्तकालय में सहायक पद पर कार्यरत मोहम्मद कामरान ने बताया कि प्रतिदिन यहां 45 से 50 लोग किताबों व समाचार पत्रों को पढऩे आते हैं। कानून, विज्ञान, साहित्य, सामान्य ज्ञान और उत्तराखंड से जुड़ी पुस्तकें उपलब्ध है, पर प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबों का अभाव है।

रमेश चंद्र भट्ट कहते हैं कि मैं पिछले पांच वर्षों से पुस्तकालय में आ रहा हूं। पहले यह समय से नहीं खुलता था, पर अब सुधार है। सारे समाचार यहां पढऩे को मिल जाते है। उन्हें किताबें पढऩे का शौक बचपन से है। पुस्तकालय में बैठ कर किताबों को पढऩे का मजा ही कुछ और है। जो घर पर नही मिलता। मुकेश कुमार ने बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा हूं। कभी-कभी घर से किताबों को लाकर भी पढ़ता हूं। पुस्तकालय की स्थिति को और बेहतर करने की ओर सरकार को ध्यान देना चाहिए, ताकि परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवा अच्छे से यहां पढ़ सके।

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