सड़क किनारे पैराफीट पर बैठा रहा तेंदुआ, फोटो खिंचवाने के बाद जंगल की ओर गया

प्राकृतिक असंतुलन का असर दिखाई देने लगा है। वन्यजीव जंतु जहां अपने प्राकृतिक आवासों को छोड़ते जा रहे हैं तो वहीं उनकी प्रवृत्ति भी बदलने लगी है। रात में शिकार करने वाला गुलदार अब दिन दहाड़े शिकार पर निकल रहा है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 07:41 AM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 07:41 AM (IST)
सड़क किनारे पैराफीट पर बैठा रहा तेंदुआ, फोटो खिंचवाने के बाद जंगल की ओर गया
सड़क किनारे पैराफीट पर बैठा रहा तेंदुआ, फोटो खिंचवाने के बाद जंगल की ओर गया

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : प्राकृतिक असंतुलन का असर दिखाई देने लगा है। वन्यजीव जंतु जहां अपने प्राकृतिक आवासों को छोड़ते जा रहे हैं तो वहीं उनकी प्रवृत्ति भी बदलने लगी है। रात में शिकार करने वाला गुलदार अब दिन दहाड़े शिकार पर निकल रहा है। लोगों को भी सड़क किनारे घूमते हुए दिखाई दे रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि जंगल में उनके खाने की किल्‍लत बढ़ने के कारण उन्‍होंने आबादी का रुख किया है।

फार्मासिस्ट गजेंद्र पाठक अपने साथियों के साथ शीतलाखेत जा रहे थे। तभी दोपहर तीन बजे के बीच उन्हें सड़क के किनारे पैराफीट में गुलदार बैठा हुआ दिखाई दिया। गुलदार वयस्क था। उन्होंने अचानक गाड़ी रोक ली। उसके बाद उन्होंने सोचा कि गुलदार भाग जाएगा। लेकिन गुलदार भी उनसे नजरें मिलाने लगा। वह भागा नहीं। गजेंद्र पाठक और उनकी टीम ने रुककर वहां उसकी आराम से फोटो खींची। कम से कम तीन से चार मिनट तक गुलदार उनके सामने रहा। फिर वह उठा और वहां से चले गया।

जंगल बचाने के लिए शीतलाखेत में काम कर रहे गजेंद्र पाठक ने बताया कि अक्सर ही गुलदार दिख जाता है। जंगल में जब खाने की किल्लत हो जाती है तो वह प्राकृतिक आवास छोड़ भोजन की तलाश में आबादी की ओर आते हैं। प्राकृतिक असंतुलन से गुलदारों की प्रवृत्ति भी बदलने लगी है। इसलिए प्रकृति का संतुलन ना बिगड़े इसके लिए सभी को आगे आकर प्रयास करने होंगे।

chat bot
आपका साथी