बागेश्वर में आपसी संघर्ष में गुलदार की मौत, धरमघर वन क्षेत्र में मिला शव

बागेश्वर के धरमघर वन क्षेत्र के होराली गांव के गधेरे में गुलदार का शव मिलने से शनिवार की सुबह सनसनी फैल गई। आसपास के लोगों ने वन विभाग को सूचना दी और टीम ने उसे जिला मुख्यालय पहुंचाया। जहां पशु विभाग के डाक्टरों की टीम ने उसका पोस्टमार्टम किया।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 03:02 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 03:02 PM (IST)
बागेश्वर में आपसी संघर्ष में गुलदार की मौत, धरमघर वन क्षेत्र में मिला शव
बागेश्वर में आपसी संघर्ष में गुलदार की मौत, धरमघर वन क्षेत्र में मिला शव

बागेश्वर, जागरण संवाददाता : बागेश्वर के धरमघर वन क्षेत्र के होराली गांव के गधेरे में गुलदार का शव मिलने से शनिवार की सुबह सनसनी फैल गई। आसपास के लोगों ने वन विभाग को सूचना दी और टीम ने उसे जिला मुख्यालय पहुंचाया। जहां पशु विभाग के डाक्टरों की टीम ने उसका पोस्टमार्टम किया। पशु चिकित्सकों के अनुसार नर गुलदार की मौत आपसी संघर्ष से हो सकती है।

होराली गांव के गधेरे के समीप स्थानीय लोगों ने सुबह गुलदार देखा। जिससे वहां दहशत फैल गई। काफी शोरगुल के बाद भी वह वहां से नहीं हिला। जिसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी। धरमघर वन क्षेत्राधिकारी एनडी पांडे दलबल के साथ घटना स्थल पहुंचे। उन्होंने बताया कि गुलदार मरा हुआ था और उसके सिर पर पंजे के निशान थे और हल्का रक्त भी बह रहा है। मृत गुलदार की उम्र लगभग डेढ़ वर्ष की है और आपसी संघर्ष में मारा गया। उन्होंने बताया कि पशु चिकित्सक डा. हिमांशु पाठक की टीम ने गुलदार के शव का पोस्टमार्टम कर लिया है। उसका बिसरा सुरक्षित रखा गया है और शव को जला दिया गया है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट प्रभागीय वनाधिकारी को सौंप दी गई है।

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