एक महीने तक हुई तेंदुए की खोज, पर नहीं लगा पता, शिकारी भी लौट गए

रानीबाग में आदमखोर व घायल गुलदार की दोबारा दस्तक नहीं मिलने से खोज में जुटे शिकारी भी अब लौट गए हैं। एक महीने तक गुलदार को खोजा गया था लेकिन कुछ पता नहीं चला।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 09 Aug 2020 01:03 PM (IST) Updated:Sun, 09 Aug 2020 01:03 PM (IST)
एक महीने तक हुई तेंदुए की खोज, पर नहीं लगा पता, शिकारी भी लौट गए
एक महीने तक हुई तेंदुए की खोज, पर नहीं लगा पता, शिकारी भी लौट गए

हल्द्वानी, जेएनएन : रानीबाग में आदमखोर व घायल गुलदार की दोबारा दस्तक नहीं मिलने से खोज में जुटे शिकारी भी अब लौट गए हैं। एक महीने तक गुलदार को खोजा गया था लेकिन कुछ पता नहीं चला। वहीं, गनीमत है कि गुलदार का आतंक भी देखने को नहीं मिला। 23 जून को सोनकोट के जंगल में गुलदार ने भगवती देवी पर हमला कर उसकी जान ली थी। इसके बाद घटना के एक हफ्ते बाद काठगोदाम में भी घास लेने जंगल की तरफ गई बुजुर्ग पुष्पा देवी को भी मौत के घाट उतार दिया था।

दो मामलों के बाद वन विभाग ने गुलदार को नरभक्षी घोषित कर दिया। शिकारी भी बुलाए गए। 13 जुलाई को शिकारी विपिन चंद्रा ने एचएमटी रोड पर गुलदार पर निशाना लगाया। हालांकि, गोली लगने के बावजूद वह जंगल की तरफ भाग निकला। जिसके बाद से वन विभाग की टीम ने रानीबाग के आसपास दस किमी के जंगल को छानना शुरू कर दिया। पौड़ी से बड़े शिकारी जॉय हुकिल को भी बुलवाया गया। करीब एक महीने तक अभियान चलने के बावजूद गुलदार का कोई सुराग नहीं लग पाया। वहीं, रेंजर मनोरा बीएस मेहता ने बताया कि दोनों शिकारी अब लौट चुके हैं। गुलदार दोबारा नहीं दिखने से लोग भी शिकायत नहीं कर रहे हैं।

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