दो दिन से दिन-रात क्रेन के सहारे खड़ी लक्ष्‍मी हथिनी का इलाज साउथ अफ्रीका के डॉक्टर करेंगे

वन विभाग के कब्जे में रखी गई लक्ष्मी हथिनी दो दिन से दिन रात क्रेन के सहारे खड़ी है। तीन चिकित्सक दूसरे दिन उसके उपचार में जुटे रहे।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sat, 20 Apr 2019 09:36 AM (IST) Updated:Sat, 20 Apr 2019 09:36 AM (IST)
दो दिन से दिन-रात क्रेन के सहारे खड़ी लक्ष्‍मी हथिनी का इलाज साउथ अफ्रीका के डॉक्टर करेंगे
दो दिन से दिन-रात क्रेन के सहारे खड़ी लक्ष्‍मी हथिनी का इलाज साउथ अफ्रीका के डॉक्टर करेंगे

रामनगर, जेएनएन : वन विभाग के कब्जे में रखी गई लक्ष्मी हथिनी दो दिन से दिन रात क्रेन के सहारे खड़ी है। तीन चिकित्सक दूसरे दिन उसके उपचार में जुटे रहे। अब वन विभाग ने साउथ अफ्रीका के चिकित्सकों से भी हथिनी के उपचार के लिए परामर्श लेने का निर्णय लिया है। इस संबंध में आला वनाधिकारियों से वार्ता चल रही है। 
वन विभाग द्वारा हाई कोर्ट के आदेश पर रिसॉर्ट एवं निजी आठ हथिनी कब्जे में ली थी। एक हथिनी को वापस कर दिया है। आमडंडा में अब सात हथिनियां है। इसमें से एक लक्ष्मी हथिनी के अगले पैर में संक्रमण था। यह संक्रमण बढ़ता चला गया। बुधवार रात हथिनी बैठी तो सुबह उठ नहीं सकी। गुरुवार को वन विभाग ने क्रेन मंगाकर पट्टे का सहारा देकर हथिनी को खड़ा किया। इसके बाद से हथिनी रात में वह शुक्रवार को भी पूरे दिन व रात पट्टे के सहारे खड़ी है। डीएफओ बीपी सिंह ने हल्द्वानी जू के पशु चिकित्सक विमल राज, पशु चिकित्सक वंदना व रामनगर के पशु चिकित्सक योगेश अग्रवाल को बुलाकर हथिनी का उपचार कराया।  वन बीट अधिकारी वीरेंद्र पांडे ने बताया कि हथिनी की हालत में अब पहले से सुधार है। हालांकि उसे क्रेन से पट्टे के सहारे ही खड़ा किया गया है। इससे उसे काफी आराम मिल रहा है।

लक्ष्‍मी का हर संभव उपचार हो रहा 
बीपी सिंह, डीएफओ रामनगर वन प्रभाग ने बताया कि हथिनी का हर संभव उपचार हो रहा है। साउथ अफ्रीका के चिकित्सक राजाजी या कॉर्बेट पार्क में विजिट करने के लिए आने वाले हैं। उन्हें भी हथिनी को दिखाया जाएगा। उनसे हथिनी के उपचार के लिए परामर्श लिया जाएगा। इस संबंध में उनके द्वारा आला अधिकारियों से बात की गई है। 

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