मई में कुमाऊं के पांच जिलों में सामान्य से अधिक बारिश, तीस डिग्री से नीचे पहुंचा पारा
जाते जाते मई की बारिश धरती को जमकर भिगो गई। महज दो दिन की बारिश ने न केवल मई का कोटा पूरा किया बल्कि भीषण गर्मी से भी काफी हद तक राहत पहुंचाने का काम किया है।
हल्द्वानी, जेएनएन : जाते जाते मई की बारिश धरती को जमकर भिगो गई। महज दो दिन की बारिश ने न केवल मई का कोटा पूरा किया, बल्कि भीषण गर्मी से भी काफी हद तक राहत पहुंचाने का काम किया है।
मई में उत्तराखंड में सामान्य से 54 फीसद अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई। सामान्य तौर से प्रदेश में 155.30 मिमी बारिश होती थी। इस बार 238.40 मिमी बारिश दर्ज हुई। कुमाऊं के लिहाज से देखें तो बागेश्वर जिले में सामान्य से दो गुना बारिश हुई है। नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में भी सामान्य से 50 फीसद से अधिक बारिश हुई है। चम्पावत को छोड़ शेष जिलों में भी बारिश का रिकॉर्ड अच्छा रहा।
कुमाऊं के चम्पावत जिले में सबसे कम बारिश हुई। यहां सामान्य से 22 फीसद कम बारिश दर्ज की गई है। मई के आखिरी दिनों में जहां 40 डिग्री के आसपास तापमान रहता था, इस बार अच्छी बारिश की वजह से तापमान 30 डिग्री से भी नीचे पहुंच गया था। जिससे लोगों ने गर्मी से राहत महसूस की।
कुमाऊं में मई की बारिश का आंकड़ा (मिमी)
जिला सामान्य वास्तविक
पिथौरागढ़ 105.90 112.30
बागेश्वर 51.40 102.30
चम्पावत 55.40 43.00
नैनीताल 64.10 107.00
यूएस नगर 37.40 59.80
अल्मोड़ा 51.4 58.70
उत्तराखंड 155.30 238.40
डॉ. आरके सिंह, मौसम वैज्ञानिक जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि पंतनगर ने बताया कि मई के अंतिम सप्ताह में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहा। इस दौरान परिस्थितियां बारिश के अनुकूल रही। जिसका नतीजा समूचे उत्तराखंड में अच्छी बारिश हुई।
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