कोलकाता निवासी महिला पर्यटक की कोरोना से मौत, मृतका में डेंगू के भी लक्षण पाए गए

कोलकाता निवासी एक 29 वर्षीय महिला को गुरु वार सुबह साढ़े आठ बजे बुखार की शिकायत पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुनस्यारी लाया गया। जहां पर चिकित्सक ने उसका मेडिकल चैकअप किया। जांच के दौरान महिला को डेंगू भी मिला।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 04:30 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 04:30 PM (IST)
कोलकाता निवासी महिला पर्यटक की कोरोना से मौत, मृतका में डेंगू के भी लक्षण पाए गए
महिला की मौत 108 चिकित्सा वाहन में ही हो चुकी थी।

संवाद सूत्र, मुनस्यारी : पश्चिम बंगाल निवासी मुनस्यारी घूमने आई एक 29 वर्षीय महिला पर्यटक की कोरोना से मौत हो गई है। 108 एंबुलेंस से मुनस्यारी से पिथौरागढ़ लाते समय रास्ते में महिला ने दम तोड़ दिया। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पश्चिम बंगाल कोलकाता निवासी एक 29 वर्षीय महिला को गुरु वार सुबह साढ़े आठ बजे बुखार की शिकायत पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुनस्यारी लाया गया। जहां पर चिकित्सक ने उसका मेडिकल चैकअप किया। जांच के दौरान डेंगू के लक्षण नजर आने पर उसकी रक्त की जांच की गई । जिसमें वह पाजिटिव पाई गई। पाजिटिव मिलते ही चिकित्सा टीम ने उपचार प्रारंभ कर दिया।

उपचार के दौरान दिन में लगभग डेढ़ बजे मरीज को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। कोरोना संबंधित बीमारी के भी लक्षण नजर आने पर रैपिड एंटीजन टेस्ट किया गया,जिसकी रिपोर्ट भी पाजिटिव आई। रिपोर्ट पाजिटिव पाए जाने पर मरीज को अग्रिम उपचार के लिए जिला कोविड केयर सेंंटर पिथौरागढ़ रेफर किया गया। 108 एंबुलेंस की व्यस्तता के कारण तत्काल एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हो सकी। सायं को एंबुलेंस उपलब्ध हुई और पिथौरागढ़ के लिए रवाना किया गया।

मुनस्यारी से लगभग 45 किमी दूर क्वीटी पहुंचने पर 108 कर्मी कपिल मेहरा ईएमटी ने अवगत कराया कि मरीज में वाइटल साइन नहीं मिल पा रही है। इस सूचना पर सीएचसी मुनस्यारी के प्रभारी  ने क्वीटी अस्पताल के प्रभारी चिकित्सक डा. राजन मिश्रा को आदेशित किया गया कि मरीज की जांच कर आवश्यक उपचार दिया जाए। डॉ. राजन मिश्रा ने मरीज को देखने के बाद उसे मृत घोषित किया। महिला की मौत 108 चिकित्सा वाहन में ही हो चुकी थी।

दस कर्मचारियों को एक सप्ताह का क्वारंटाइन 

मुनस्यारी : इस घटना के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंंद्र  मुनस्यारी को पूर्णत सेनेटाइज किया गया है। आकस्मिक सेवाओं को छोड़ कर ओपीडी तीन दिन के लिए पूरी तरह बंद की जा चुकी है। मरीज के सम्पर्क में आए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, कर्मचारी और टीआरसी मुनस्यारी के दस कर्मचारियों को एक सप्ताह के लिए होम क्वारंटाइन की सलाह दी गई है। मरीज के सम्पर्क में आए प्राथमिक व्यक्तियों को प्रोफाइलैक्टिक उपचार दिया जा चुका है। विभाग द्वारा इसकी सूचना जिलाधिकारी सहित संबंधित विभागों को दी जा चुकी है।

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