उत्तराखंड और कर्नाटक में दशहरा-दुर्गा पूजा मनाने का तरीका जाना

जासं हल्द्वानी महिला डिग्री कालेज में बुधवार को एक भारत-श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम के तहत उत्तराखंड और कर्नाटक के बीच दशहरा और दुर्गा पूजा पर आनलाइन संवाद हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Oct 2020 08:53 PM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 08:53 PM (IST)
उत्तराखंड और कर्नाटक में दशहरा-दुर्गा पूजा मनाने का तरीका जाना
उत्तराखंड और कर्नाटक में दशहरा-दुर्गा पूजा मनाने का तरीका जाना

जासं, हल्द्वानी : महिला डिग्री कालेज में बुधवार को एक भारत-श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम के तहत उत्तराखंड और कर्नाटक के बीच दशहरा और दुर्गा पूजा पर आनलाइन संवाद हुआ। दोनों राज्यों में इन त्योहारों को मनाए जाने के तरीके बताए गए।

गूगल मीट के माध्यम से कर्नाटक के महारानीज आ‌र्ट्स कालेज फार वीमेन मैसूर ने महिला कालेज हल्द्वानी के साथ मिलकर त्योहारों पर चर्चा की। कर्नाटक के मुख्य वक्ता शशिकांत भार्गव और पीवी स्नेहा ने दशहरा और दुर्गा पूजा की जानकारी दी। महिला कालेज की मुख्य वक्ता डा. हेमलता धर्मशक्तू ने उत्तराखंड की सभ्यता, संस्कृति एवं त्योहारों को पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुत किया। डा. गीता पंत ने उत्तराखंड की रामलीला मंचन के इतिहास व वर्तमान परिदृश्य पर प्रकाश डाला। शशिकांत भार्गव ने कर्नाटक में इन त्योहारों को मनाए जाने की सार्थकता के साथ ही वैदिक दार्शनिकता के जीवन में प्रयोग से आने वाले सकारात्मक बदलाव के बारे में जानकारी दी।

पीवी स्नेहा ने दुर्गा पूजा को आधा मानते हुए महिला सशक्तिकरण के पहलुओं के बारे में बताया। कार्यक्रम में मैसूर महाविद्यालय के प्राचार्य डा. बीटी विजय, महिला कालेज की प्राचार्य डा. शशि पुरोहित, कार्यक्रम संयोजक डा. ललिता जोशी, डा. निर्मला लोहनी, डा. गड़कोटी, डा. प्राची जोशी, डा. रेखा जोशी आदि मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी