हरियाणा में गिरफ्तार लॉरेंस विश्नोई गैंग की सदस्य लेडी डान मंजू आर्या की क्‍या है पूरी कहानी, जानिए सबकुछ

हरियाणा झज्‍जर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने लॉरेंस विश्नोई गैंग की सदस्य लेडी डान मंजू आर्या उर्फ मीनू को बीते दिनों गिरफ्तार कर लिया है। मीनू डॉन नैनीताल जिले के रामनगर के टेड़ा रोड की निवासी है। छह साल पहले वह घर छोड़कर चली गई थी।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 09:03 AM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 09:03 AM (IST)
हरियाणा में गिरफ्तार लॉरेंस विश्नोई गैंग की सदस्य लेडी डान मंजू आर्या की क्‍या है पूरी कहानी, जानिए सबकुछ
हरियाणा में गिरफ्तार लॉरेंस विश्नोई गैंग की सदस्य लेडी डान मंजू आर्या की क्‍या है पूरी कहानी, जानिए सबकुछ

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : हरियाणा झज्‍जर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने लॉरेंस विश्नोई गैंग की सदस्य लेडी डान मंजू आर्या उर्फ मीनू को बीते दिनों गिरफ्तार कर लिया है। मीनू डॉन नैनीताल जिले के रामनगर के टेड़ा रोड की निवासी है। छह साल पहले वह घर छोड़कर चली गई थी। वापस लौटी तो 27 दिन का बेटा उसके साथ था। उसने पंजाब के एक युवक से प्रेम विवाह करने की बात कही थी। तब स्वजनों को बच्चा सौंपकर वह घर से चली गई थी। उसने पति को मारने के बाद ही घर लौटने की बात कही थी। लेडी डान मीनू पर दिल्‍ली, हरियाणा और पंजाब जैसे राज्‍यों में असलहों की सप्‍लाई करने का आरोप है। इंटरनेट मीडिया पर वह छाई रहती है। असलहों की नुमाइश करते हुए उसके कई वीडियो वायरल हैं।

बचपन से ही करती थी नशा, अनैतिक कामों जा चुकी है जेल

पिछले दिनों झज्जर पुलिस ने एक महिला समेत दो युवकों को पकड़ा। पूछताछ में युवती ने अपना नाम मीनू डान उर्फ मंजू आर्या बताया। मीनू के लॉरेंस विश्नोई गैंग से जुड़े होने की बात सामने आई है। उसकी गिरफ्तारी के बाद पड़ताल करने पर पता चला कि मीनू डान बचपन से ही अराजक लोगों के साथ रहने लगी थी। उसने पढऩे की उम्र में नशा करना शुरू कर दिया था। 16 साल की उम्र में वह घर छोड़कर काशीपुर में रहने लगी थी। काशीपुर में कई बार पुलिस उसे अनैतिक कामों में जेल भेज चुकी है। मीनू के पिता ने बताया कि बेटी बाहर रहकर जाब करने की बात कहती थी। उन्हें अब पता चला कि वह किसी गैंग के लिए काम कर रही है।

एसडीओ की गाड़ी चलाते हैं पिता

मीनू के पिता गोपाल राम रामनगर डिवीजन में एसडीओ की गाड़ी चलाते हैं। उनकी बेटी की गिरफ्तारी के बारे में पता चला तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उनका कहना है कि बेटी छह साल पहले घर से चली गई थी। उसने फोन पर पंजाब के सूरज सिंह नाम के युवक से प्रेम विवाह करने की बात कही थी। 16 महीने पहले मीनू रामनगर घर लौटी तो उसके साथ 27 दिन का मासूम बेटा था। मीनू डान सात भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर है। उसके पिता गोपाल राम ने बताया कि सभी बेटियों की शादी कर दी गई है। एक बेटी का तलाक हो चुका है। वह भी अब घर पर ही रहती है। मीनू का बच्चा 16 माह का हो चुका है।

पति और ससुरालियों ने किया उत्पीड़न

मीनू ने बताया कि बेटा पैदा होने के बाद पति और ससुरालियों ने उसका उत्पीड़न शुरू कर दिया था। पति ने दो बार उसपर गोली चलाई। किसी तरह बचकर वह रामनगर आई है। बच्चे को परिजनों को सौंपने के बाद उसने पति से बदला लेने की बात कही और घर छोड़कर चली गई। गोपाल राम का कहना है कि बेटी ने बताया कि बेटे के नामकरण के दिन उसके पति ने अपने एक दोस्त को गोली मार दी थी। इसके बाद उसपर भी गोली चलाई गई लेकिन वह बच गई। एएसपी डा.जगदीश चंद्र ने बताया कि मीनू डान की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी मिली है। वह रामनगर की रहने वाली है। उसके गैंग में शामिल होने के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

chat bot
आपका साथी