पेराई सत्र के 24 नवंबर को शुरू होने के बाद भी नहीं चल पाई किच्छा चीनी मिल

पेराई सत्र का शुभारंभ करने के बाद भी मिल तीन दिन बाद भी नहीं चल पाई है। 50 वर्ष से अधिक पुरानी हो चुकी मशीनों की हालत दिन पर दिन खराब होती जा रही है जिसके चलते सबसे बड़ी समस्या प्रबंधन के लिए उसके पार्टस की उपलब्धता है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 03:32 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 03:32 PM (IST)
पेराई सत्र के 24 नवंबर को शुरू होने के बाद भी नहीं चल पाई किच्छा चीनी मिल
मिल की बूढ़ी हो चुकी मशीनों ने एक बार फिर शुरु होने से पहले ही मिल का साथ छोड़ दिया।

जागरण संवाददाता, किच्छा : 24 नवंबर को पेराई सत्र की विधिवत शुरुआत के तीन दिन बाद भी चीनी मिल नहीं चल पाई है। हालांकि यह पहली बार नहीं है। पुराने आंकड़ों पर नजर डाले तो पिछले चार वर्षों से चीनी मिल की यहीं परंपरा बन चुकी है। गुस्साए किसानों ने पेराई शुरु न होने पर शनिवार दोपहर चीनी मिल परिसर में धरने की चेतावनी दी है।

चीनी मिल की बूढ़ी हो चुकी मशीनों ने एक बार फिर शुरु होने से पहले ही मिल का साथ छोड़ दिया। पेराई सत्र का शुभारंभ करने के बाद भी मिल तीन दिन बाद भी नहीं चल पाई है। 50 वर्ष से अधिक पुरानी हो चुकी मशीनों की हालत दिन पर दिन खराब होती जा रही है, जिसके चलते सबसे बड़ी समस्या प्रबंधन के लिए उसके पार्टस की उपलब्धता है। यही हाल इस बार भी मिल के बन गए। मिल की अधिकांश मशीनों को उनकी समयावधि पूरी होने के बाद भी धसीटा जा रहा है। जिसके चलते मिल में पिछले तीन वर्षों से लगातार मिल के शुरु होने से बाद पेराई शुरु होने में एक सप्ताह तक का समय लगने की समस्या बनी हुई है। यहीं दिक्कत इस बार भी सामने आई, जिस पर किसानों में वैक्यूम बनने लगा है। उन्होंने शनिवार दोपहर चीनी मिल परिसर में धरने की चेतावनी दी है। वहीं मिल प्रबंधन मिल को चलाने के प्रयास में जुट गया है।

किसान नेता सुरेश पपनेजा ने बताया कि 24 नवंबर को चीनी मिल का पेराई सत्र बिना किसी तैयारी के शुरु कर दिया गया। पिछले कुछ वर्षाे से लगातार भाजपा शासन में किसानों के साथ खिलवाड़ हो रहा है। शनिवार को किसान चीनी मिल परिसर में धरना दे सरकार की नाकामी के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे। 

 अधिशासी निदेशक चीनी मिल किच्छा त्रिलोक सिंह मर्तोलिया ने बताया कि मिल की टरबाइन में दिक्कत आने के कारण पेराई नहीं हो पाई। देहरादून से इंजीनियर किच्छा पहुंच गए है और उनके द्वारा टरबाइन की कमी को दूर किया जा रहा है। शुक्रवार मध्य रात्रि से चीनी मिल की पेराई प्रारंभ होने की संभावना है।

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