बंदोबस्ती गांव रहे इलाकों की खतौनी को फिर से किया जाए कंप्यूटराइज्ड
बंदोबस्त प्रक्रिया पूर्ण होने के पश्चात उनकी कंप्यूटरीकृत खतौनियां बनाई गई हैं। इनमें बहुत से खातेदारों और क्रेताओं के नाम दर्ज होने से छूट गए हैं। आलम यह है कि कंप्यूटरीकृत खतौनियों में कई खातेदारों के नाम भी गलत दर्ज हैं। इसके अलावा तमाम खामियां हैं।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : शहर में शामिल हो चुके तमाम ऐसे क्षेत्र हैं, जो बंदोबस्ती में रहे। तमाम परिस्थितियां बदल गई, लेकिन जमीन की खसरा-खतौनी नहीं होने से ये लोग परेशान हैं। मंगलवार को तमाम लोग एसडीएम विवेक राय से मिले और उन्हें अपनी परेशानी बताई। इस पर एसडीएम ने जल्द समाधान का आश्वासन दिया।
भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष विनीत अग्रवाल के नेतृत्व में एसडीएम कार्यालय पहुंचे कार्यकर्ताओं ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि तत्कालीन ग्राम मुखानी, बमौरी तल्ली बंदोबस्ती, बमौरी मल्ली, कुसुम खेड़ा, गौजाजली उत्तर आदि गांव जो पहले बंदोबस्त में थे। बंदोबस्त प्रक्रिया पूर्ण होने के पश्चात उनकी कंप्यूटरीकृत खतौनियां बनाई गई हैं। इनमें बहुत से खातेदारों और क्रेताओं के नाम दर्ज होने से छूट गए हैं। आलम यह है कि कंप्यूटरीकृत खतौनियों में कई खातेदारों के नाम भी गलत दर्ज हैं। इसके अलावा तमाम खामियां हैं। इसकी वजह से शहर के तमाम लोग परेशान हैं। उन्हें इधर-उधर भटकने को मजबूर होना पड़ रहा है।
ऐसे में खतौनी को नए सिरे से कंप्यूटराइज्ड किया जाए, जिससे कि लोगों को बैंक से ऋण लेने संबंधी दिक्कतों का सामना न करना पड़े। शिष्टमंडल में नगर महामंत्री प्रताप रैक्वाल, मधुकर श्रोत्रीय, नगर उपाध्यक्ष विनोद नगर कोषाध्यक्ष मोल मल्होत्रा, नगर मीडिया प्रभारी मनीष पाल, सुरेंद्र सिंह बिष्ट व विजय साहू आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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