कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग तीनतोला और गर्बाधार में बंद, तीन सीमा मार्ग सहित दस सड़कें बाधित

गुरुवार को दिन भर आसमान बादलों से घिरा रहा। धारचूला से मिली जानकारी के अनुसार 48 घंटे बाद खुला कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग यानि तवाघाट- गर्बाधार- लिपुलेख मार्ग फिर से दो स्थानों पर बंद हो गया। इस दौरान दो दर्जन से अधिक वाहन फंसे रहे।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 05:58 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 06:33 PM (IST)
कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग तीनतोला और गर्बाधार में बंद, तीन सीमा मार्ग सहित दस सड़कें बाधित
दारमा मार्ग अभी भी यातायात के लिए नहीं खुला है। जिले में तीन सीमा मार्ग सहित दस मार्ग बंद हैं।

जागरण संवाददाता, जाटी, पिथौरागढ़/ धारचूला/ मुनस्यारी: सीमांत में बारिश का दौर जारी है। बुधवार रात को भी जिले भर में बारिश हुई। बारिश के चलते  कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग तीनतोला और गर्बाधार के पास मलबा आने से बंद हो गया।  दारमा मार्ग अभी भी यातायात के लिए नहीं खुला है। जिले में तीन सीमा मार्ग सहित दस मार्ग बंद हैं।

जिले में प्रतिदिन हो रही बारिश के चलते जहां धान और मडुवे की फसल की कटाई प्रभावित हो चुकी है। बुधवार की रात को भी जिले के सभी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई । गुरुवार को दिन भर आसमान बादलों से घिरा रहा। धारचूला से मिली जानकारी के अनुसार 48 घंटे बाद खुला कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग यानि तवाघाट- गर्बाधार- लिपुलेख मार्ग फिर से दो स्थानों पर बंद हो गया।  इस दौरान दो दर्जन से अधिक वाहन फंसे रहे।

जिले में तीन सीमा मार्ग सहित दस मार्ग बंद होने से लगभग एक लाख की आबादी प्रभावित है। पांच ग्रामीण मार्ग अभी भी यातायात के लिए नहीं खुल सके हैं। ग्रामीणों को कई किमी पैदल चल कर वाहन मिल रहे हैं। ऊपर से पैदल मार्गों की स्थिति भी ठीक नहीं होने से ग्रामीण जनता परेशान है। अभी तक एक भी मार्ग को खोलने की कवायद प्रारंभ नहीं हो सकी है।

पचास से अधिक यात्रियों ने पांगला में गुजारी रात 

धारचूला : बुधवार को यातायात के लिए खुले कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग में दिन को वाहनों का संचालन हुआ। सायं तो जब उच्च हिमालय से वाहन लौट रहे थे तो तवाघाट और पांगला के बीच तीनतोला के पास मार्ग बंद हो गया। उच्च हिमालय से आ रहे और धारचूला से जा रहे वाहन फंस गए। इसी दौरान तीनतोला से आगे गर्बाधार में भी चट्टान टूट गई। फलस्वरू प फंसे पचास के आसपास यात्रियों ने पांगला में रात गुजारी। गुरु वार तीनतोला के पास तो मार्ग खुल गया परंतु गर्बाधार के पास मार्ग बंद है।

आदि कैलास और ओम पर्वत को जा रहे यात्री परेशान 

धारचूला : कोरोना संक्रमण के कम होते ही व्यास घाटी के दो प्रमुख स्थलों ओम पर्वत और आदि कैलास के लिए बाहर से यात्री आने लगे हैं। आए दिन कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग बंद होने से यात्रियों को परेशानी झेलनी  पड़ रही है। स्थानीय लोग तो नाते, रिश्तेदारी और जान पहचान वालों के यहां प्रवास कर रहे हैं परंतु दिल्ली सहित अन्य स्थानों से ओम पर्वत को जा रहे यात्रियों को वापस धारचूला लौटना  पड़  रहा है। गुंजी पहुंचने वाले यात्रियों को रात्रि प्रवास  के  लिए जगह नहीं मिल पा रही है। केएमवीएन के हट्स में इस समय सेना के लोग रह रहे हैं। गुंजी में प्रवास के लिए अन्य कोई व्यवस्था नहीं है। जिसके चलते पर्यटन को गति नहीं मिल रही है।

वैक्सीनेशन टीम को 52 किमी पैदल चलना  पड़ा 

धारचूला : मार्ग बंद होने से अलग थलग उच्च हिमालयी दारमा घाटी में वैक्सीनेशन के लिए गई टीम को 52 कि मी पैदल चलना पडा। 52 किमी पैदल चल कर टीम ने तीन सौ लोगों को टीका लगाया । जिसमें दिव्यांग व्यक्तियों के घर -घर जाकर प्रतरक्षित करना पडा । टीम में शामिल प्रतिरक्षण सहायक मोहित पंत, नर्सिंग आफीसर रश्मि भट्ट ने टीकाकरण किया। टीम ने बताया कि मार्ग बंद होनेे से अत्यधिक परेशानी का सामना करना पड़ा ।

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