आज से डहरिया नलकूप से शुरू होगी जलापूíत

हल्द्वानी स्थित रामपुर रोड के डहरिया नलकूप की मोटर मरम्मत का काम पूरा कर लिया गया है। शुक्रवार से नलकूप से जलापूíत शुरू होगी। पनियाली नलकूप का काम भी अंतिम चरण में है। शनिवार सुबह से पनियाली व बजूनिया हल्दू गाव का जल संकट दूर हो जाएगा। छड़ायल नयाबाद बचीनगर व रामड़ी जसुवा नलकूप फुंकने से परेशान करीब एक हजार परिवारों को अभी पानी के लिए इंतजार करना होगा। हालाकि जलसंस्थान टैंकर से पेयजल प्रभावित इलाकों में पानी पहुंचाने की कोशिश में जुटा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 29 May 2020 01:08 AM (IST) Updated:Fri, 29 May 2020 07:46 AM (IST)
आज से डहरिया नलकूप से शुरू होगी जलापूíत
आज से डहरिया नलकूप से शुरू होगी जलापूíत

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : हल्द्वानी स्थित रामपुर रोड के डहरिया नलकूप की मोटर मरम्मत का काम पूरा कर लिया गया है। शुक्रवार से नलकूप से जलापूíत शुरू होगी। पनियाली नलकूप का काम भी अंतिम चरण में है। शनिवार सुबह से पनियाली व बजूनिया हल्दू गाव का जल संकट दूर हो जाएगा। छड़ायल नयाबाद, बचीनगर व रामड़ी जसुवा नलकूप फुंकने से परेशान करीब एक हजार परिवारों को अभी पानी के लिए इंतजार करना होगा। हालाकि जलसंस्थान टैंकर से पेयजल प्रभावित इलाकों में पानी पहुंचाने की कोशिश में जुटा है।

शहरी क्षेत्र के घनी आबादी वाले डहरिया नलकूप के फुंकने से पाच सौ से अधिक परिवार हलकान हो गए थे। गुरुवार को डहरिया नलकूप की मोटर मरम्मत का काम पूरा कर टैंक में पानी चढ़ाकर ट्रायल किया गया। पनियाली नलकूप में पाइप जोड़ने का काम कर पूरा कर शुक्रवार शाम को ट्रायल किया जाएगा। छड़ायल नलकूप के फुंकने से पाच सौ परिवार, बचीनगर नलकूप से फुंकने से दो सौ परिवार व रामड़ी जसुवा नलकूप से फुंकने से तीन सौ परिवार हैं। जलसंस्थान के मुताबिक ये तीनों नलकूप सिंचाई विभाग के अधीन हैं। छड़ायल व बचीनगर नलकूप के पाइप निकालने का काम चल रहा है। इसके बाद रामड़ी जसुवा नलकूप के पाइप निकालकर मोटर मरम्मत का काम शुरू कराया जाएगा।

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करायल चतुर सिंह में भी दिक्कत

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : करायल चतुर सिंह गाव की अभिनंदन कॉलोनी व सैनिक इन्क्लेव में कई सालों से पेयजल समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। पूर्व सैनिक उमाकात पाठक ने बताया कि पेयजल से परेशान ग्रामीणों के अनुरोध पर प्रधान हरीश बिष्ट ने गुरुवार को जलसंस्थान के अफसरों से वार्ता की। तब जाकर जलसंस्थान की ओर से टैंकर भिजवाया गया है। इससे ग्रामीणों को राहत मिली है।

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