ढाई लाख लोगों के लिए जल संस्थान ने भेजा 18.90 लाख लीटर पानी

हल्द्वानी में जल संकट के पहले दिन जल संस्थान लोगों की प्यास बुझाने के लिए किराए और निजी टैंकरों को दौड़ाता रहा। टैंकर के हिसाब से 18 लाख नब्बे हजार लीटर पानी वितरित कराया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Sep 2020 02:45 AM (IST) Updated:Wed, 16 Sep 2020 05:13 AM (IST)
ढाई लाख लोगों के लिए जल संस्थान ने भेजा 18.90 लाख लीटर पानी
ढाई लाख लोगों के लिए जल संस्थान ने भेजा 18.90 लाख लीटर पानी

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : जल संकट के पहले दिन जल संस्थान लोगों की प्यास बुझाने के लिए किराए और निजी टैंकरों को दौड़ाता रहा। दावा है कि 21 टैंकरों से शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में करीब तीन सौ चक्कर लगवाए गए। टैंकर की क्षमता के हिसाब से 18 लाख नब्बे हजार लीटर पानी वितरित किया गया। इस हिसाब से प्रभावित ढाई लाख की आबादी में प्रति व्यक्ति के हिस्से 7.56 लीटर पानी ही पहुंचा होगा। कम मात्रा में पानी मिलने की वजह से लोगों की परेशानी भी बढ़ गई। मजबूरी में कई जगहों पर चंदा जुटाकर लोगों ने निजी टैंकर से आपूर्ति करवा काम चलाया।

गौला बैराज से शीशमहल स्थित फिल्टर प्लांट को आज भी पानी नहीं मिलेगा। सिंचाई विभाग द्वारा क्षतिग्रस्त नहर की मरम्मत की जा रही है। बड़ी आबादी को प्लांट से पानी सप्लाई होता है। हालांकि, जलसंकट से निपटने को जल संस्थान पहले से तैयारियों से जुटा हुआ था। जेई पंकज उपाध्याय ने बताया कि सुबह आठ बजे से कॉलोनियों व गांव में टैंकर भेजने शुरू कर दिए थे। दमुवाढूंगा, रामपुर रोड, नैनीताल रोड, कु सुमखेड़ा, कठघरिया, बरेली रोड समेत अन्य जगहों पर लोगों तक पानी पहुंचाने का पूरा प्रयास किया गया। तिकोनिया स्थित जल संस्थान परिसर व शहर के अन्य नलकूपों से टैंकर भरकर निकलते रहे। हालांकि, मंगलवार की अपेक्षा आज लोगों को ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ेगी। क्योंकि, किल्लत के पहले दिन सुबह के वक्त शीशमहल प्लांट से सप्लाई पहुंची थी। जिस वजह से आज टैंकरों की संख्या 21 से बढ़ाकर 25 की जाएगी। एससी ने किया काम का निरीक्षण

कॉलटैंक्स के सिंचाई विभाग ने अपनी मरम्मत का काम शुरू कर दिया है। जिला खनिज फाउंडेशन द्वारा जारी करीब तीस लाख रुपये से यह काम होगा। सुबह अधीक्षण अभियंता संजय शुक्ल ने निरीक्षण कर गुणवत्ता से काम करने के निर्देश दिए। मरम्मत के बाद बार-बार लीकेज की समस्या से भी राहत मिल जाएगी। टैंकरों का ग्राफ

जलसंस्थान के छह टैंकरों ने नब्बे चक्कर लगाए। इनकी क्षमता 3500 लीटर है। यानी इन्होंने 315000 लीटर पानी बांटा। किराए के 21 टैंकरों ने 210 चक्कर लगाए। इनकी क्षमता 7500 लीटर है। निजी टैंकरों ने 1575000 लीटर पानी मोहल्लों में पहुंचाया। टैंकर को देखते ही लोग घरों से बाल्टी व बर्तन लेकर दौड़ पड़ रहे थे। हालांकि, कई लोगों को मायूस भी होना पड़ा।

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