World Mental Health Day : भागदौड़ भरी जिंदगी में मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना जरूरी, मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर गोष्ठी
World Mental Health Day प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. एचएस ऐरी ने वर्तमान भागदौड़ के समय में होने वाली सामान्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं और और उनके निदान की जानकारी दी। युवाओं में बढती नशे की आदत और बच्चों में मोबाइल फोन एडिक्शन को जागरूकता से समग्र परिवर्तन की बात कही।
जागरण संवाददाता, चम्पावत : विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर रविवार को जिला चिकित्सालय में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. इंद्रजीत पांडेय ने मानसिक स्वास्थ्य के बारे में विस्तार से जानकारी दी। वक्ताओं ने भागदौड़ की जिंदगी में मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना बेहद जरूरी बताया।
उन्होंने कहा कि आपाधापी के इस दौर में मानसिक स्वास्थ्य की आवश्यकताओं को समझने की जरूरत है। उन्होंने राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत समुदाय में किए जा रहे जन जागरूकता कार्यक्रमों के बारे में बताया। प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. श्वेता खर्कवाल ने महिलाओं में गर्भावस्था और प्रसव पश्चात मानसिक परिवर्तनों को समझते हुए परिजनों को जागरूक होकर देखभाल के उपाय बताए। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. एचएस ऐरी ने वर्तमान भागदौड़ के समय में होने वाली सामान्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं और और उनके निदान की जानकारी दी। युवाओं में बढती नशे की आदत और बच्चों में मोबाइल फोन एडिक्शन को चुनौती बताते हुए उन्होंने समाज में जन जागरूकता से समग्र परिवर्तन की बात कही।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पीएलवी ईश्वरी दत्त जोशी ने विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा किए जाने वाले लोक कल्याणकारी कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताया और मानसिक स्वास्थ्य अधिनियम 2018 की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन हेम बहुगुणा ने किया। इस अवसर पर डा. रवि कुमार, डा. शाहिद, डा. ममता राणा, डा. अमित यादव, अनीता राय, हिमांशु कोहली, विनोद कर्नाटक, जीबी जोशी, मुन्नी, पार्थ आदि मौजूद रहे।