बिन बैंड बाजा बरात, शादियां टालना ही माना बेहतर, वर्तमान हालात देखते हुए लोगों ने बढ़ाई शादियों की डेट
कोविड के चलते अब शादियों में आने के लिए अपने भी परिवार में आने से कतरा रहे हैं आलम यह है कि घरों में शादियों के लिए 25 लोगों की संख्या जुटाना भी मुश्किल हो गया है। शादियों की अप्लीकेशन देने वाले अपना आवेदन वापस भी कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, काशीपुर : कोविड काल के वर्तमान संकट को देखते हुए अब लोगों ने खुद जागरूक रहने का बीड़ा उठाया है, काशीपुर में इस मुश्किल समय को ध्यान में रखते हुए एक दर्जन से ज्यादा शादियों को टालने का फैसला लोगों ने लिया है। कोविड के चलते अब शादियों में आने के लिए अपने भी परिवार में आने से कतरा रहे हैं आलम यह है कि घरों में शादियों के लिए 25 लोगों की संख्या जुटाना भी मुश्किल हो गया है। शादियों का परमिशन लेने की अप्लीकेशन देने वाले अपना आवेदन वापस भी कर रहे हैं। 14 मई को अक्षय तृतीया के अवसर पर इस बार सिर्फ 15 शादियों का परमिशन लिया गया गया है, जिनमें दो से तीन शादियों के घरों में डेट टालने पर विचार किया जा रहा है।
अक्षय तृतीया पर हर साल काशीपुर में सबसे ज्यादा शादियां होती रहीं हैं कोविड काल को छोड़ दें तो अमूमन ऐसे दिनों में 60 से ज्यादा शादियोें का आयोजन होता है लेकिन इस बार कोविड के चलते लोगों ने शादियों को टालने में ही बेहतरी समझी है। वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि इतनी शुभ तिथि मानी जाती है कि इस दिन मुर्हत की कोई आवश्कता भी नहीं होती।
बाजपुर रोड स्थित एक कॉलोनी में रहने वाले एक शिक्षक ने बताया कि उनके घर में अक्षय तृतीया के दिन उनके बेटे की शादी होनी थी लेकिन कोविड के चलते उन्होंने शादी का डेट बढ़ाने का फैसला किया है बरात लखनऊ से आती ऐसे में दोनाें परिवारों के लिए कोविड का खतरा बढ़ता। दोनों परिवारों ने राजामंद होकर शादी को फिलाहाल टालने का फैसला किया है। एसडीएम कार्यालय से आने 15 दिनों में तकरीबन 12 से ज्यादा शादियों के आवेदन विभिन्न परिवारों ने वापस कर चुके हैं।
शादियों में शामिल होने को लेकर यात्रा से करें परहेज
ऐसा देखने में आ रहा है कि कोविड में शादियों में शामिल होने के लिए लोग परिवार सहित एक शहर से दूसरे शहर की यात्रा कर रहे हैं डॉ अमरजीत साहनी का कहना है कि शादियों जरूरी होने पर भी बेहद सूक्ष्म तरीके से करने की कोशिश करें, इस अवधि में यात्रा करने से परहेज करे क्योकि यात्रा के दौरान सबसे ज्यादा कोविड होने का खतरा बढ़ जाता है।
शादियों के लिए खरीदारी भी मुश्किल
इस कोविड काल में शादियों के लिए खरीदारी करना भी मुश्किल हो चुका है। पाबंदियों के चलते दुकानें खुल नहीं रही हैं और ऐसे में शादियों के लिए जरूरी सामान इक्कठा करन पाना मुश्किल हो रहा है। इस दौरान शादियों के लिए जरूरी सामान का रेट भी आसमान छू रहा है। ऐसे तमाम दिक्कतों के चलते भी कई शादियों को टालने की बात सामने आ रही है।
जान जोखिम में डालकर न करें शादियों का आयोजन
चैती मंंदिर के मुख्य पंडा विकास अग्निहोत्री का कहना है कि कोविड इस समय पीक पर है। ऐसे में शादियों के आयोजन को लेकर बहुत ज्यादा सतर्कतता बरतने की जरूरत है। कोई भी शादि किसी की जान जोखिम में डालकर आयोजित करने से बचना चाहिए, इसमें ध्यान रखने वाली बात यह है कि बाहरी आडम्बर से बचते हुए पूरी सादगी से शादी आयोजित हो, इसमें सरकारी नियमों का खास कर पालन किया जाना चाहिए।
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