जेल में बीमार और नए कैदियों के लिए बनाई आइसोलेट बैरक, 40 बीमार कैदियों का चल रहा उपचार

जेलर संजीव ह्यांकी ने बताया कि कैदियों के स्वस्थ पर लगातार नजर रखी जा रही है। खासी बुखार आदि कोरोना जैसे लक्षण मिलने पर ऐसे कैदी को अलग बैरक में रखा जा रहा है। बीमार कैदियों के लिए बैरक नंबर पांच को आइसोलेट बैरक बना दिया गया है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Mon, 03 May 2021 11:35 AM (IST) Updated:Mon, 03 May 2021 11:35 AM (IST)
जेल में बीमार और नए कैदियों के लिए बनाई आइसोलेट बैरक, 40 बीमार कैदियों का चल रहा उपचार
14 दिन तक उनके स्वास्थ्य की निगरानी रखकर पूरी तरह स्वस्थ होने पर दूसरी बैरकों में भेजा जा रहा है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : कैदियों के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। प्रशासन ने अब जेल के बीमार कैदियों के साथ ही नए आने वाले कैदियों के लिए अलग बैरक बना ली है।

जेल में इस समय 1600 से अधिक कैदी रह रहे हैं। कुछ दिन पहले एक कैदी कोरोना संक्रमित मिला था। हालांकि वह दो दिन पहले ही जेल में आया था। अब एक और कैदी कोरोना संक्रमित निकल गया है। ये कैदी काफी समय से जेल में था। दोनों की सुशीला तिवाड़ी अस्पताल में भर्ती कर उपचार कराया जा रहा है। वहीं कैदियों में कोरोना संक्रमण मिलने के बाद जेल प्रशासन सतर्क हो गया है।

जेलर संजीव ह्यांकी ने बताया कि कैदियों के स्वस्थ पर लगातार नजर रखी जा रही है। खासी, बुखार आदि कोरोना जैसे लक्षण मिलने पर ऐसे कैदी को अलग बैरक में रखा जा रहा है। बीमार कैदियों के लिए बैरक नंबर पांच को आइसोलेट बैरक बना दिया गया है। वर्तमान में इस बैरक में 40 बीमार कैदियों को रखकर उपचार कराया जा रहा है। वहीं जेल आने वाले नए कैदियों को बैरक नंबर एक में रखा जा रहा है। 14 दिन तक उनके स्वास्थ्य की निगरानी रखकर पूरी तरह स्वस्थ होने पर ही दूसरी बैरकों में भेजा जा रहा है।

तीसरी बार जांच में कोरोना पॉजिटिव निकला कैदी

लंबे समय से जेल में बंद कैदी तीसरी बार आरटीपीसीआर टेस्ट कराने पर कोरोना पॉजिटिव निकला है। जेलर संजीव ह्यांकी ने बताया कि खटीमा का रहने वाला कैदी लंबे समय से बीमार चल रहा था। 19 अप्रैल की उसका कोरोना टेस्ट कराया गया, जिसमें जांच की रिपोर्ट निगेटिव आई। वहीं कोरोना के लक्षण लगातार दिखने पर 24 अप्रैल को दोबारा कोरोना टेस्ट कराया गया। इसकी जांच भी निगेटिव आई। इसके बाद भी लगातार लक्षण दिखने पर और कैदी के बीमार मिलने पर 29 अप्रैल को तीसरी बार कोरोना जांच कराई गई। इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके बाद कैदी को सुशीला तिवाड़ी अस्पताल में भर्ती कर उपचार कराया जा रहा है।

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