पीपीपी मोड पर चल रहे हॉस्पिटल में फर्जी कोविड रिपोर्ट मामले की जांच रामनगर से हल्‍द्वानी ट्रांसफर

रामनगर में पीपीपी मोड पर संचालित हो रहे संयुक्‍त चिकिस्त्‍सालय में पैसे लेकर फर्जी कोरोना रिपोर्ट देने के मामले की जांच विवेचना सेल हल्द्वानी ट्रांसफ़र हो गई। अब तक जांच रामनगर कोतवाली के एसआई मनोज नयाल कर रहे थे।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 01:36 PM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 01:36 PM (IST)
पीपीपी मोड पर चल रहे हॉस्पिटल में फर्जी कोविड रिपोर्ट मामले की जांच रामनगर से हल्‍द्वानी ट्रांसफर
पीपीपी मोड पर चल रहे हॉस्पिटल में फर्जी कोविड रिपोर्ट मामले की जांच रामनगर से हल्‍द्वानी ट्रांसफर

रामनगर, जागरण संवाददाता : रामनगर में पीपीपी मोड पर संचालित हो रहे संयुक्‍त चिकिस्त्‍सालय में पैसे लेकर फर्जी कोरोना रिपोर्ट देने के मामले की जांच विवेचना सेल हल्द्वानी ट्रांसफ़र हो गई। अब तक जांच रामनगर कोतवाली के एसआई मनोज नयाल कर रहे थे। पुलिस दस लोगों से इस मामले में बयान भी दर्ज कर चुकी है।

कोटद्वार में चल आर्मी रिक्रूटमेंट की भर्ती में जाने के लिए पीरूमद्वारा के युवक रामनगर संयुक्त चिकित्सालय में कोविड की जांच के लिए गए थे। युवकों को चिकित्सालय के कर्मचारी ने पैसे लेकर कोविड की नेगेटिव रिपोर्ट दे दी। कुछ युवकों को रिपोर्ट पर शक हुआ तो वह मामले की सत्यता के लिए चिकित्सालय पहुंचे। पता चला कि पैसे लेकर कुछ के सैंपल लेकर और कुछ के बिना सैंपल के कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट थमा दी गई। इस बात का खुलासा होने पर स्वास्थ्य महकमा व प्रशासन के अधिकारी भी दंग रह गए। 

मामले में पूरे नेटवर्क के शामिल होने का शक जाहिर किया गया था। गंभीरता प्रकरण को देखते हुए उसी दिन पुलिस ने रिपोर्ट देने वाले चिकित्सालय के कर्मचारी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया था। कोतवाली के एसआई मनोज नयाल को मामले की जांच दी गई। नयाल ने दस युवकों के बयान दर्ज किए। बयान में युवकों ने पैसे देकर रिपोर्ट देने की बात कही थी। पुलिस को आरोपित के बैग से एंटीजन रेपिड किट भी मिली थी। 

किट से चिकित्सालय में कोई जांच नहीं की गई थी। यानी यह किट चिकित्सालय की सुपुर्दगी में नहीं दी गई थी। अब इस मामले की जांच विवेचना सेल हल्द्वानी करेगी। जांच ट्रासंफर होने के पीछे गंभीर धोखाधड़ी के मामले की विवेचना हल्द्वानी सेल द्वारा किए जाने की वजह बताई जा रही है। अब विवेचना सेल के द्वारा इस मामले की जांच की जा रही है। इस फ्रॉड को विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने भी गंभीरता से लिया था। उन्होंने देहरादून में स्वास्थ्य अधिकारियों से मामले को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए थे।

chat bot
आपका साथी