चम्पावत में पहाड़ व मैदान तरबतर, एनएच सहित आंतरिक मार्ग मलबा आने से बंद, नदियों का जलस्‍तर बढ़ा

मौसम विभाग का पूर्वानुमान चम्पावत जिले के लिए सटीक साबित हुआ। रविवार की रात से ही जिले के पर्वतीय व मैदानी इलाकों में बारिश शुरू हो गई। लगातार हो रही मूलसधार बारिश के कारण कई जगह जल भराव हो गया है। नदी नाले उफान पर आ गए हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 09:53 AM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 09:53 AM (IST)
चम्पावत में पहाड़ व मैदान तरबतर, एनएच सहित आंतरिक मार्ग मलबा आने से बंद, नदियों का जलस्‍तर बढ़ा
चम्पावत में पहाड़ व मैदान तरबतर, एनएच सहित आंतरिक मार्ग मलबा आने से बंद, नदियों का जलस्‍तर बढ़ा

चम्पावत, जागरण संवाददाता : मौसम विभाग का पूर्वानुमान चम्पावत जिले के लिए सटीक साबित हुआ। रविवार की रात से ही जिले के पर्वतीय व मैदानी इलाकों में बारिश शुरू हो गई। लगातार हो रही मूलसधार बारिश के कारण कई जगह जल भराव हो गया है। नदी नाले उफान पर आ गए हैं। मलबा आने से एनएच सहित कई आंतरिक मार्ग बंद हो गए हैं। किरोड़ा नाला और बाटनागाड़ उफनाने से पूर्णागिरि मार्ग भी आवाजाही के लिए बंद हो गया है। हालांकि प्रशासन ने रविवार शाम को ही एनएच सहित पूर्णागिरि मार्ग पर वाहनों का संचालन बंद कर दिया था।

टनकपुर में रविवार रात से हो रही मूसलधार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी कई जगहों पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। शहर आमबाग, विष्णुपुरी कालौनी, रेलवे रोड आदि स्थानों पर नालियां चोक होने से पानी सड़क पर भर गया है। टनकपुर में रात से ही विद्युत आपूर्ति बाधित है। वहीं पूर्णागिरि मार्ग पर किरोड़ा नाला उफान पर है। बाटनागाड़ में भी बड़ी मात्रा में बोल्डर और मलबा आ गया है। शारदा नदी का जल स्तर भी बढऩे लगा है। टनकपुर-चम्पावत हाईवे पर स्वाला, बेलखेत, अमोड़ी, अमरूबैंड, झालाकुड़ी सहित 10 स्थानों पर मलबा गिरा है।

सुबह आठ बजे से पांच ग्रामीण सड़कों पर भी आवाजाही बंद हो गई है। टनकपुर ककरालीगेट और चम्पावत बनलेख चौकी में वाहनों को रोका गया है। आपदा कंट्र्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार लोहाघाट-पिथौरागढ़ हाईवे पर भी तल्ली बाराकोट और भारतोली के पास पहाड़ी दरकने से रोड पर बड़ी मात्रा में मलबा जमा हो गया है। लोहाघाट और चम्पावत नगरों में भी जल भराव के कारण पानी दुकानों में घुस गया। समाचार लिखे जाने तक मूलसधार बारिश जारी है। प्रशासन द्वारा लगातार नुकसान का अपडेट लिया जा रहा है।

मानसून की वापसी के बाद पहाड़ से लेकर तराई तर

अक्टूबर पहले सप्ताह में दक्षिण पश्चिम मानसून की वापसी के बाद पश्चिमी विक्षोभ व बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव की वजह से हुई बारिश से कुमाऊं की धरती भीगी है। रविवार रात की बारिश से पर्वतीय क्षेत्रों से लेकर मैदानी इलाकों तक बारिश देखने को मिली है। चम्पावत जिले में सबसे अधिक बारिश हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार को कुमाऊं के अधिकांश स्थानों पर बारिश जारी है। मौसम विभाग ने भारी से बहुत भारी बारिश, तेज अंधड़, आकाशीय बिजली चमकने को लेकर भी रेट अलर्ट जारी किया है।

जानें कहा कितनी हुई बारिश

हल्द्वानी 25.0 मिमी

पंतनगर 11.5 मिमी

चम्पावत 20.5 मिमी

मुक्तेश्वर 12.0 मिमी

पिथौरागढ़ 11.5 मिमी

बागेश्वर 3.0 मिमी

देवीधुरा 8.0 मिमी

जागेश्वर 9.0 मिमी

तापमान में आएगी कमी

मौसम में बदलाव के बाद तापमान में गिरावट का अनुमान है। सोमवार से ही इसकी शुरुआत हो चुकी है। रविवार को हल्द्वानी का अधिकतम तापमान 31.7 डिग्री व न्यूनतम 23.7 डिग्री सेल्सियस रहा। न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक बना हुआ है। जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर के मौसम विज्ञानी डा. आरके सिंह ने बताया कि बारिश के बाद तापमान में कमी आएगी। पर्वतीय क्षेत्रों में तापमान 10 डिग्री व मैदानी इलाकों में 20 डिग्री के करीब आने की संभावना है।

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