हर प्रत्याशी की तैयार हो रही रिपोर्ट, जीतने वाले प्रत्याशियों पर रही एलआइयू की निगाह nainital news
पंचायत चुनाव में सुबह आठ बजे से वोटों का पिटारा खुलने के साथ ही प्रत्याशियों की धड़कनें भी तेज होती गईं।
हल्द्वानी, जेएनएन : पंचायत चुनाव में सुबह आठ बजे से वोटों का पिटारा खुलने के साथ ही प्रत्याशियों की धड़कनें भी तेज होती गईं। बारी-बारी से बैलेट बॉक्स खुलने पर पता चलता गया कि जीत का सेहरा किसके सिर बंध रहा है। इस दौरान खुफिया एजेंसियां भी अलर्ट रहीं। उनका फोकस इस बात पर था कि जीतने वाला व्यक्ति किस दल से जुड़ा है। उसकी राजनीतिक पृष्ठभूमि क्या है। सूत्रों की मानें तो हर प्रत्याशी की रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य को छोड़कर अन्य पदों पर भाजपा, कांग्रेस समेत अन्य दल उम्मीदवार घोषित नहीं करते, जबकि क्षेत्र पंचायत सदस्य की ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में सबसे अहम भूमिका होती है। परिणाम घोषित होने के साथ ही प्रमुख पद के संभावित उम्मीदवार इनकी घेराबंदी करने में जुट जाते हैं। बीडीसी व जिला पंचायत सदस्यों की खरीद-फरोख्त को लेकर हाई कोर्ट ने भी नजर रखने को कहा है। सोमवार को जब एचएन इंटर कॉलेज स्थित मतगणना स्थल में बैलेट बॉक्स से नतीजे निकलने शुरू हुए, तो एलआइयू ने जीत का परचम लहराने वाले लोगों का डाटा जुटाना शुरू कर दिया। गोपनीय तरीके से पूछा जा रहा था कि वह किस दल से जुड़े हैं। नवनिर्वाचित क्षेत्र पंचायत सदस्यों के बाबत पूछताछ ज्यादा की जा रही थी, क्योंकि ब्लॉक प्रमुख तय करने में इनका एक-एक वोट अहमियत रखता है।
गले में हाथ डाल शुरू हो गई घेराबंदी
जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर महिला सीट होने से इस बार मामला रोचक होगा। मतगणना स्थल पर गौलापार-चोरगलिया क्षेत्र की जिला पंचायत सीट का परिणाम आने पर अध्यक्ष पद पर दावेदारी ठोंक रही एक प्रत्याशी के पति भी तुरंत पहुंच गए। विजेताओं को जीत की बधाई देने के साथ वह आधे घंटे तक उनके गले में हाथ डालकर घूमते रहे। जनपद में कुल 27 जिला पंचायत सदस्य हैं। इस दौरान जिला पंचायत सदस्य पद पर चुनाव लड़ रहे एक अन्य प्रत्याशी भी साथ में थे।
दिवाली से पहले जश्न तो मायूसी भी
दिवाली से छह दिन पहले पंचायत चुनाव का रिजल्ट घोषित हुआ है। ऐसे में जीत दर्ज करने वाले प्रत्याशियों की खुशी भी दोगुनी हो गई है, जबकि हारने वाले उम्मीदवार समर्थकों संग चुपचाप चले गए।