बोर्ड कॉपियों का ध्‍यानपूर्वक मूल्यांकन करने के निर्देश, पिछली गलतियां को न दोहराएं

20 अपै्रल से शुरू होने जा रहे बोर्ड परीक्षा के मूल्यांकन को लेकर उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद ने कमर कस ली है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Fri, 19 Apr 2019 11:14 AM (IST) Updated:Fri, 19 Apr 2019 11:14 AM (IST)
बोर्ड कॉपियों का ध्‍यानपूर्वक मूल्यांकन करने के निर्देश, पिछली गलतियां को न दोहराएं
बोर्ड कॉपियों का ध्‍यानपूर्वक मूल्यांकन करने के निर्देश, पिछली गलतियां को न दोहराएं

रामनगर, जेएनएन : 20 अपै्रल से शुरू होने जा रहे बोर्ड परीक्षा के मूल्यांकन को लेकर उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद ने कमर कस ली है। विभिन्न जिलों से आए सीईओ मुख्य नियंत्रकों व मूल्यांकन केंद्रों के प्रधानाचार्य उप नियंत्रकों के साथ परिषदीय अधिकारियों ने बैठक कर मूल्यांकन के विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की। बैठक में मुख्य नियंत्रकों को परीक्षकों से मूल्यांकन ध्यानपूर्वक कराने पर जोर दिया गया।

गुरुवार को मूल्यांकन को लेकर दूसरे चरण की बैठक परिषद के सभागार में हुई। अपर शिक्षा निदेशक आरसी उनियाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में मुख्य नियंत्रकों ने परिषदीय अधिकारियों से मूल्यांकन को लेकर कई जानकारी ली। बैठक में इस बात पर जोर दिया कि मूल्यांकन में पूर्व की गलती न दोहराई जाए। पूर्व में परीक्षकों द्वारा की गई गलतियों का उदाहरण देते हुए सावधानी बरतने की सलाह दी गई। परिषद की सचिव नीता तिवारी ने कहा कि कॉपी के भीतर दिए गए नंबर व एवार्ड शीट में चढ़ाए गए नंबरों में कई बार भिन्नता आ जाती है। जिन परीक्षकों ने पूर्व में लापरवाही बरती थी, उनके खिलाफ कार्रवाई गतिमान है। संचालन शोध अधिकारी मनोज पाठक ने किया। इस दौरान अंकेक्षण करने, अनुपस्थित परीक्षकों का विवरण तैयार करने, नकल में पकड़े गए छात्रों की कॉपियों का विवरण एवं मूल्यांकन कार्य की समय सारिणी पर चर्चा की गई। बैठक में अपर सचिव बृजमोहन रावत, अपर सचिव एनसी पाठक, उप सचिव सीपी रतूड़ी मौजूद थे। 

मूल्यांकन से नहीं हुए छात्र संतुष्ट

मूल्यांकन से कई बार परीक्षार्थी संतुष्टï नहीं होते हैं। परीक्षक द्वारा दिए गए कम नंबर पर उन्हें विश्वास नहीं होता है। यही वजह है कि पिछले साल 87 छात्रों द्वारा अपनी उत्तरपुस्तिका की छायाप्रति सूचना के अधिकार के तहत मांगी। एक हजार परीक्षार्थियों द्वारा अपनी उत्तरपुस्तिका की स्कूटनी कराई गई।

मूल्यांकन में हुई 19 दिन की देरी

मूल्यांकन पहले एक अप्रैल से 15 अपै्रल तक होना था, लेकिन लोकसभा चुनाव की वजह से मूल्यांकन अब 19 दिन देरी यानी 20 अपै्रल से हो रहा है, जो चार मई तक चलेगा। 

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