पेंशन की रकम खाते में आई या नहीं, अब घर बैठे चलेगा पता, यह एप डाउनलोड करें

समाज कल्याण विभाग ने पेंशन योजनाओं से जुड़े करीब सात लाख पेंशन धारकों के लिए मोबाइल एप्लीकेशन तैयार किया है। इस मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए पेंशनधारक हर माह घर बैठे-बैठे यह पता कर सकेगा कि उसकी पेंशन की रकम खाते में आई या नहीं।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 18 Jan 2021 06:23 AM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 06:23 AM (IST)
पेंशन की रकम खाते में आई या नहीं, अब घर बैठे चलेगा पता, यह एप डाउनलोड करें
पेंशन की रकम खाते में आई या नहीं, अब घर बैठे चलेगा पता, यह एप डाउनलोड करें

हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : वृद्धावस्था, दिव्यांग और विधवा पेंशन से आच्छादित पेंशनर्स को अब पेंशन की स्थिति जानने के लिए समाज कल्याण विभाग के दफ्तर या बैंक में पासबुक लेकर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। समाज कल्याण विभाग ने इन तीनों पेंशन योजनाओं से जुड़े करीब सात लाख पेंशन धारकों के लिए मोबाइल एप्लीकेशन तैयार किया है। इस मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए पेंशनधारक हर माह घर बैठे-बैठे यह पता कर सकेगा कि उसकी पेंशन की रकम खाते में आई या नहीं।

ऐसे करें एप डाउनलोड

मोबाइल एप को डाउनलोड करने के लिए सबसे अपने मोबाइल पर समाज कल्याण उत्तराखंड की वेबसाइट (ssp.uk.gov.in)सर्च करनी होगी। वेबसाइट खुलने के बाद इसमें सबसे ऊपर की तरफ अन्य सेवाएं, होम, लाग इन और नागरिक सेवाएं का टैब मिलेगा। नागरिक सेवाएं के टैब पर छह आप्शन मिलेंगे। इसमें चौथे नंबर पर मोबाइल एप्लीकेशन के विकल्प पर क्लिक करना होगा। इसके बाद इसमें आवेदन फार्म और एंड्रायड एप्लीकेशन का विकल्प खुलेगा। एंड्रायड एप्लीकेशन के आगे दिए गए किसी भी पेंशन योजना पर टिक करते ही उसके ठीक सामने डाउनलोड का लोगो बना आएगा। इस लोगो पर क्लिक करते ही एप्लीकेशन स्वत: ही डाउनलोड हो जाएगी।

ऐसे चलाएं एप

वेबसाइट से एप्लीकेशन डाउनलोड होते ही इसे अपने मोबाइल पर इंस्टाल कर लें। इसके बाद आपको अपने मोबाइल पर एसडब्ल्यूडी पेंशन स्कीम्स नाम से एप्लीकेशन दिखाई देगी। जिसपर क्लिक करते ही ब्राउजर चुनने का आप्शन आएगा। किसी एक ब्राउजर को क्लिक करने के बाद आप सीधा समाज कल्याण विभाग की वेबसाइट पर पहुंच जाएंगे। जहां आपको अपनी पेंशन की स्कीम और बैंक अकाउंट नंबर भरकर क्लिक करना होगा। इसके बाद आपके सामने पेंशन का पूरा ब्योरा आ जाएगा।

राज्य में पेंशनधारकों की स्थिति

वृद्धावस्था पेंशनधारक   4,54,401

दिव्यांग पेंशनधारक      73,142

विधवा पेंशनधारक       1,71,572

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