भारत और ब्रिटेन का संयुक्त सैन्य युद्ध अभ्यास रानीखेत में शुरू, सामरिक रिश्तों को मजबूती देगा 'अजेय वॉरियर'

युद्धाभ्यास के तहत दोनों देशों की सेना संयुक्त सैन्य अभियानों को अंजाम देने के लिए एक-दूसरे के हथियारों उपकरणों रणनीति तकनीक व प्रक्रियाओं से रू ब रू हो रही हैं। साथ ही आपसी हित मसलन संयुक्त शस्त्र अवधारणा अनुभव साझा करने के साथ ही व्याख्यान की श्रृंखला भी चलेगी।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 05:57 PM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 09:50 PM (IST)
भारत और ब्रिटेन का संयुक्त सैन्य युद्ध अभ्यास रानीखेत में शुरू, सामरिक रिश्तों को मजबूती देगा 'अजेय वॉरियर'
सामरिक रिश्तों की मजबूती व आतंकवाद की वैश्विक चुनौती से निपटने की दिशा में खासा अहम माना जा रहा है।

जागरण संवाददाता, रानीखेत अल्मोड़ा : दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत और यूनाइटेड किंगडम (इंग्लैंड) के बीच कंपनी स्तरीय संयुक्त सैन्य युद्ध अभ्यास 'अजेय वॉरियर' चौबटिया में शुरू हो गया है। इस छठे संस्करण में दोनों देशों के जांबाजों ने विषम भौगोलिक हालात में सैन्य ऑपरेशन, अत्याधुनिक हथियारों का संचालन, युद्ध की युक्ति व तकनीक का साझा प्रदर्शन किया। वहीं अब तक ऑपरेशन के अनुभव और रणकौशल की शैली का आदान प्रदान भी किया। संयुक्त युद्ध अभ्यास को सामरिक रिश्तों की मजबूती व आतंकवाद की वैश्विक चुनौती से निपटने की दिशा में खासा अहम माना जा रहा है। 

चौबटिया के घने जंगलात व दुरूह पहाडिय़ों के बीच बुधवार को भारत व यूनाइटेड किंगडम की कंपनी स्तरीय सेनाओं ने संयुक्त सैन्य अभ्यास में रणकौशल का प्रदर्शन किया। 'अजेय वॉरियर' के छठा संस्करण में भारतीय सेना की एक इंफेंट्री कंपनी व यूनाइटेड किंगडम सेना की भी इतनी ही फौज ने अपने-अपने देशों में विभिन्न सैन्य अभियानों एवं गतिविधियों के दौरान प्राप्त अनुभवों को साझा किया। 

युद्धाभ्यास के तहत दोनों देशों की सेना संयुक्त सैन्य अभियानों को अंजाम देने के लिए एक-दूसरे के हथियारों, उपकरणों, रणनीति, तकनीक व प्रक्रियाओं से रू ब रू हो रही हैं। साथ ही आपसी हित मसलन संयुक्त शस्त्र अवधारणा, संयुक्त बल में अनुभव साझा करने के साथ ही ऑपरेशन लॉजिस्टिक्स आदि पर विशेषज्ञ अकादमिक व्याख्यान की श्रृंखला भी चलेगी। संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण का समापन 48 घंटे के कठिन अभ्यास के साथ अद्र्धशहरी वातावरण में संयुक्त सैन्य अभियान चलाने में दोनों सेनाओं के प्रदर्शन को मान्यता प्रदान करने के लिए किया जाएगा।

सैन्य सूत्रों के अनुसार 20 अक्टूबर तक चलने वाले संयुक्त सैन्य युद्धाभ्यास द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने में मील का पत्थर साबित होगा। वहीं भारत व यूनाइटेड किंगडम के बीच सामरिक रिश्ते और मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम होगा।

chat bot
आपका साथी