नैनीताल में आशाओं का अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार, धरना प्रदर्शन कर जताया विरोध
मांगों को लेकर विरोध जता रही आशा कार्यकर्ताओं ने अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। कार्यकर्ताओं ने अस्पताल में धरना प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही चेताया कि उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो भविष्य में आंदोलन और भी उग्र किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, नैनीताल। 12 सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध जता रही आशा कार्यकर्ताओं ने अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। कार्यकर्ताओं ने अस्पताल में धरना प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही चेताया कि यदि सरकार द्वारा उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो भविष्य में आंदोलन और भी उग्र किया जाएगा।
सोमवार को उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन प्रदेश अध्यक्ष कमला कुंजवाल के नेतृत्व में तमाम आशा कार्यकर्ता बीडी पांडे अस्पताल में एकत्रित हुए। जहां उन्होंने धरना प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कमला कुंजवाल ने कहा कि लंबे समय से संगठन आशाओं को 21 हजार न्यूनतम वेतनमान, सेवानिवृत्ति पर पेंशन का प्रावधान, पूर्व में घोषित कोरोना भत्ते, 50 लाख का जीवन बीमा और दस का स्वास्थ्य बीमा दिए जाने, आशा वर्कर की मौत पर आश्रितों को आर्थिक मदद दिए जाने, आशाओं को होने वाले भुगतान में निचले स्तर पर हो रहे भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी को खत्म करने, अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति करने और आशाओं से सम्मानजनक व्यवहार करने की मांग को लेकर लंबे समय से विरोध कर रहा है। जिसमें कई चरणों में पूर्व में भी कार्यकर्ता विरोध जता चुके हैं।
मगर सरकार द्वारा उनकी मांगों का कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। उन्होंने चेताया कि यदि कार्यबहिष्कार से भी सरकार नहीं मानी तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। इस दौरान भगवती शर्मा, पंकज रानी, दीपा अधिकारी, विमला ठठोला, चंपा जोशी, हेमा ठठोला, गंगा आर्य, दुर्गा टम्टा, चंद्रा सती, सरिता कुरिया, हेमा आर्य, कमला बिष्ट, नीरू पुजारी, पूनम आर्या भावना आर्या समेत अन्य लोग मौजूद थे।