चुनावी साल में हाईवे से लेकर गांव की सड़कों के प्रस्ताव तैयार, दो जिले के हाईवे का 80 करोड़ का प्रस्ताव भेजा

ऊधमसिंह नगर व नैनीताल में करीब 80 करोड़ से हाईवों की दशा सुधारी जाएगी। इसके अलावा लालकुआं विधानसभा में 23 करोड़ से ज्यादा के काम होंगे। लोनिवि अफसरों का कहना है कि केंद्र व राज्य सरकार को यह प्रस्ताव पहुंचने हैं।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 10:40 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 10:40 PM (IST)
चुनावी साल में हाईवे से लेकर गांव की सड़कों के प्रस्ताव तैयार, दो जिले के हाईवे का 80 करोड़ का प्रस्ताव भेजा
ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों का प्रस्ताव विधायक की सहमति से तैयार किया गया है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : चुनावी साल में सड़क से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए कसरत शुरू हो गई है। इसमें हाईवे से लेकर ग्रामीण इलाकों के मार्ग भी शामिल है। ऊधमसिंह नगर व नैनीताल में करीब 80 करोड़ से हाईवों की दशा सुधारी जाएगी। इसके अलावा लालकुआं विधानसभा में 23 करोड़ से ज्यादा के काम होंगे। लोनिवि अफसरों का कहना है कि केंद्र व राज्य सरकार को यह प्रस्ताव पहुंचने हैं। अब यह आगे ही पता चलेगा कि बजट मिलेगा या नहीं।

लोनिवि के मुताबिक राज्य मार्ग संख्या 41 के तहत सरदार नगर, बाजपुर, केसुवाला, बैलपड़ाव, कोटाबाग तक पौने सात किमी लंबी सड़क बननी है। इसमें 20 करोड़ 75 लाख का खर्चा आएगा। वहीं, मार्ग संख्या पांच यानी गदरपुर, दिनेशपुर, मटकोटा, हल्द्वानी मार्ग में 27 किमी लंबी सड़क के लिए 58 करोड़ का प्रस्ताव तैयार हुआ है। वहीं, लालकुआं विधानसभा में 14 करोड़ 75 लाख से 16 किमी लंबी तीन सड़कों की दशा सुधारी जाएगी। इसके अलावा साढ़े 32 किमी लंबी 18 सड़कों की मरम्मत के लिए आठ करोड़ 60 लाख का प्रस्ताव तैयार किया गया है। ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों का प्रस्ताव विधायक की सहमति से तैयार किया गया है।

अधिशासी अभियंता लोनिवि अशोक कुमार ने बताया कि लालकुआं विधानसभा की सड़कों से जुड़े प्रस्ताव तैयार कर राज्य योजना के तहत भेजे गए हैं। विधायक नवीन दुम्का के निर्देश पर लोनिवि ने इन सड़कों का सर्वे कराया था। उम्मीद है कि शासन की मंजूरी मिलने पर जल्द काम भी शुरू हो जाएगा।

शेरनाला का मामला केंद्र के पाले में

चोरगलिया के पास हाईवे पर शेरनाला नाम की जगह बरसात के दिनों में वाहन चालकों के लिए आफत बन जाती है। सड़क पर तेज बहाव के कारण पूर्व में यहां कई बड़े हादसे हो चुके हैं। ऐसे में पुलिस की मदद से इमरजेंसी में गाडिय़ां पार करवाई जाती है। कई बार पानी के चक्कर में घंटों तक दोनों तरफ यातायात रोकना पड़ता है। पूर्व में 120 मीटर पुल का प्रस्ताव डिजायन के चक्कर में अटक गया था। अब पुन: प्रस्ताव तैयार कर केंद्रीय सड़क निधि से आठ करोड़ 60 लाख की डिमांड की गई है।

रोड सेफ्टी को चाहिए एक करोड़ 55 लाख

सड़क सुरक्षा के तहत रामनगर-कालाढूंगी मार्ग व राज्य मार्ग संख्या पांच पर डिवाइडर समेत अन्य काम होने हैं। साइन बोर्ड के जरिये भी हादसों का ग्राफ कम करने का प्रयास किया जाएगा। इस काम के लिए एक करोड़ 55 लाख की जरूरत पड़ेगी।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी