काली नदी में नेपाली नागरिक डूबने के मामले में जांच दल ने घटनास्थल का किया निरीक्षण
पुल पर महेंद्र प्रताप कमांडिंग ऑफिसर एसएसबी ने उनका स्वागत किया तथा घटना स्थल ग्राम गस्कू के लिए रवाना हुए। नेपाली जाँच टीम द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर जांच पड़ताल वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की गई। इस दौरान कुछ नेपाली युवकों द्वारा झंडे लेकर लिपुलेख कालापानी को लेकर नारे लगाते सुना गया।
जागरण संवाददाता, धारचूला : तीस जुलाई को तार लगा कर काली दी पार करते समय नेपाली नागरिक के बहने के मामले की जांच कर रहे नेपाली जांच दल ने घटनास्थल का निरीक्षण किया।
जांच के लिए नेपाल सरकार द्वारा एक जांच टीम का गठन किया गया है। इस जांच टीम में सहायक सचिव गृह मंत्रालय जनार्दन गौतम ने अन्य सदस्यों के साथ घटना स्थल ग्राम गस्कू तहसील धारचूला भारत का निरीक्षण किया। नेपाली जाच टीम के अन्य सदस्य पुरुषोत्तम कंडेल, डीआइजी नेपाल पुलिस, हुत सिंह थापा, अनुसंधान विभाग, सुरेश कुमार श्रेष्ठ एसएसपी एपीएफ, ज्योत्सना भट्ट सहायक सीडीओ दार्चुला, नरेन्द्र बहादुर बम, एसपी एपीएफ, मनोहर प्रसाद भट्ट, डीएसपी पुलिस दार्चुला, महेश अवस्थी डीएसपी अनुसंधान नेपाल, दीपक पतली, निरीक्षक पुलिस राजेंद्र सिंह, आरक्षी नेपाल एपीएफ, विरख सायर, आरक्षी एपीएफ ने गुरुवार को धारचूला पुल से भारत में प्रवेश किया। पुल पर महेंद्र प्रताप कमांडिंग ऑफिसर एसएसबी ने उनका स्वागत किया तथा घटना स्थल ग्राम गस्कू के लिए रवाना हुए। नेपाली जाँच टीम द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर जांच पड़ताल, वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की गई।
इस दौरान भारतीय क्षेत्र के सीमापार नेपाल में कुछ नेपाली युवकों द्वारा झंडे लेकर लिपुलेख कालापानी को लेकर नारे लगाते हुए सुना गया। नेपाली जांच दल घटना स्थल पर लगभग आधा घंटा रुकने के बाद धारचूला होते हुए नेपाल वापस लौटा। नेपाली जांच दल की घटना स्थल और वापसी तक एसएसवी के कमांडिंग ऑफिसर उक्त दल के साथ उपस्थित रहे तथा एसएसबी द्वारा जांच टीम को हर संभव मदद की गई। जिसके लिए नेपाल जांच दल के प्रमुख जनार्दन गौतम, सहायक सचिव गृह मंत्रालय नेपाल ने एसएसबी के सहयोग और सहायता के लिए आभार प्रकट किया।