चम्पावत में पेयजल मंत्री की वीसी में प्रधानों ने उठाया शौचालय की कमी का मुद्दा
प्रधानों ने कहा कि उनके गांव ओडीएफ हो चुके हैं परंतु वर्तमान में संगठित परिवारों के अलग होने तथा कोरोना के कारण आए प्रवासियों के चलते शौचालयों की कमी हो रही है। स्वच्छता एवं पेयजल मंत्री ने समस्या से निपटने के लिए शौचालयों का निर्माण करवाने का भरोसा दिलाया।
जागरण संवाददाता, चम्पावत : स्वतंत्रता की 75वी वर्षगांठ के अवसर पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में स्वच्छता ही सेवा है कार्यक्रम के तहत शनिवार को पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री बिशन सिंह चुफाल की वीसी में ग्राम प्रधानों ने ग्राम पंचायतों में शौचालय की कमी का मुद्दा उठाया।
प्रधानों ने कहा कि उनके गांव ओडीएफ हो चुके हैं, परंतु वर्तमान में संगठित परिवारों के अलग होने तथा कोरोना के कारण आए प्रवासियों के चलते शौचालयों की कमी हो रही है। स्वच्छता एवं पेयजल मंत्री ने समस्या से निपटने के लिए शौचालयों का निर्माण करवाने का भरोसा दिलाया। कहा कि जिन पंचायतों में ऐसी समस्या है वे इसका प्रस्ताव भेज सकती हैं। उन्होंने कहा कि सभी के स्वस्थ्य जीवन हेतु शुद्ध जल की आवश्यकता होती है। इसलिए जल जीवन मिशन के अंतर्गत सभी परिवारों को शुद्ध जल देने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारियों को जल की शुद्धता की जांच करने हेतु जल्दी ही किट उपलब्ध कराए जाएंगे। जिससे कोई भी जल की शुद्धता की जांच स्वयं कर सकता है।
मंत्री ने ग्राम प्रधानों से अपनी पंचायतों मेें स्वच्छता अभियान को गति देने, पेयजल स्रोतों के आस-पास चौड़ी पत्ती वाले पौधों का रोपण करने और कोविड के प्रति जागरूकता अभियान लगातार जारी रखने की भी अपील की। इस अवसर पर डीडीओ संतोष कुमार पंत, सहायक पंचायत राज अधिकारी रचना, ग्राम प्रधान दुधोरी दीवान सिंह, सुयालखर्क के मनोज सिंह तड़ागी, मौराड़ी के हरीश चंद्र जोशी, सिप्टी के जगत सिंह, बाजरीकोट की विमला कार्की, चौड़ीराय के जितेंद्र राम, भुमलाई के भाष्कर राम, बारसी की नेहा जोशी, ठांटा के ग्राम प्रधान शिव शंकर, मोहित पाठक आदि मौजूद रहे।