चम्पावत में आशाओं ने खोला सरकार के खिलाफ मोर्चा, कलक्ट्रेट में प्रदर्शन कर डीएम के माध्यम से सीएम को भेजा ज्ञापन
आशा वर्करों 20 सितंबर तक आशाओं के मासिक मानदेय पर शासनादेश जारी करने का वादा किया था। लेकिन कलक्ट्रेट में आशा वर्करों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के बाद जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। लंबित मांगों का निराकरण न करने पर फिर से आंदोलन की चेतावनी दी
जागरण संवाददाता, चम्पावत : ऐक्टू के राष्ट्रव्यापी आंदोलन में शामिल जिले की आशा वर्करों ने सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को कलक्ट्रेट व तहसील मुख्यालयों में प्रदर्शन कर धरना दिया। आशाओं ने मुख्यमंत्री पर आशाओं को गुमराह करने का आरोप लगाया। कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने खटीमा दौरे में आशा वर्करों 20 सितंबर तक आशाओं के मासिक मानदेय पर शासनादेश जारी करने का वादा किया था। लेकिन कलक्ट्रेट में आशा वर्करों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के बाद जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। लंबित मांगों का निराकरण न करने पर फिर से अनिश्चितकालीन आंदोलन पर जाने की चेतावनी दी है।
प्रदर्शन के दौरान उन्होंने अपनी मांगों को प्रमुखता से रखा। इस मौके पर ब्लाक अध्यक्ष रुक्मणी जोशी, जिला उपाध्यक्ष हेमा जोशी, विद्या देवी, लीलावती भट्ट, रेनू गोस्वामी, गीता देवी, कमला बिष्ट, नीलू महर, मालती देवी, उमा जोशी, लक्ष्मी रैंसवाल, नीरू देवी, संगीता, कमला जोशी, उषा थ्वाल, सीता चौधरी सहित दर्जनों आशाएं मौजूद रहीं। इधर लोहाघाट में आशाओं ने उप जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में प्रदर्शन कर एसडीएम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजा। जिलाध्यक्ष सरस्वती पुनेठा ने के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने तहसील परिसर तक रैली निकाली और सरकार कि खिलाफ नारेबाजी की। कहा आशाओं के मानदेय बढ़ोत्तरी करने सहित विभिन्न समस्याओं का शीघ्र समाधान नही किया तो गया तो आंदोलन की आगे की रणनीति तय की जाएगी।
इधर पाटी, बाराकोट ब्लाक मुख्यालयों में आशा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। इस दौरान पदमा प्रथोली, आशा सामंत, रेखा देवी, हेमा जोशी, मंजू देवी, रितु बिष्ट, कुसम बोहरा, हेमा आदि मौजूद रहे। टनकपुर में भी आशा कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में बनबसा की आशाएं भी शामिल रहीं।