गमगीन माहौल में बंगाली पर्यटकों के शव लेकर स्वजन बागेश्वर से दिल्ली रवाना
बुधवार को कपकोट में हुई वाहन दुर्घटना में पांच पर्यटकों की मौत हो गई थी। जिसमें एक दपंती भी शामिल थे। उपजिलाधिकारी हरिहर गिरी व सीओ विपिन चंद्र पंत की उपस्थिति में पुलिस ने शवों को स्वजनों के सुर्पुद किया। स्वजन शवों को लेकर हल्द्वानी रवाना हुए।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : बीते बुधवार को कपकोट के फरसाली में हुई वाहन दुर्घटना में पांच बंगाली पर्यटकों के शवों को दो एंबुलेंस के जरिए दिल्ली रवाना किया गया। उनके स्वजन गमगीन माहौल में यहां से विदा हुए। हल्द्वानी से शवों की अलग व्यवस्था होगी और दिल्ली से एयर सेवा से वे कोलकत्ता पहुंचंगे।
बुधवार को कपकोट में हुई वाहन दुर्घटना में पांच पर्यटकों की मौत हो गई थी। जिसमें एक दपंती भी शामिल थे। गुरुवार की सुबह जिला चिकित्सालय में पांच शवों का पोस्टमार्टम किया गया। इसके बाद उपजिलाधिकारी हरिहर गिरी व सीओ विपिन चंद्र पंत की उपस्थिति में पुलिस ने शवों को उनके स्वजनों के सुर्पुद किया। स्वजन एंबुलेंस के माध्यम से शवों को लेकर हल्द्वानी रवाना हुए। उपजिलाधिकारी ने बताया कि शवों के लिए हल्द्वानी तक प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने एंबुलेंस की व्यवस्था की है। इसके बाद उन्हें परिजन अन्य वाहनों में लेकर दिल्ली को रवाना होंगे। जहां से हवाई मार्ग से शवों को आगे ले जाया जाएगा।
पांच घायल भी हायर सेंटर रवाना
फरसाली के समीप हुई सड़क दुर्घटना में घायल पांच बंगाली पर्यटक भी स्वयं के खर्चे पर हायर सेंटर रवाना हो गए हैं। जबकि कौसानी निवासी चालक का जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। सीएमएस डा. विनोद टम्टा ने बताया कि घायलों की हालत में सुधार हो रहा था। उनकी सहमति पर उन्हें उपचार के लिए हायर सेंटर भेजा गया है।
दिन भर अस्पताल डटे रहे जनप्रतिनिधि
भाजपा-कांग्रेस के जनप्रतिनिधि जिला अस्पताल में डटे रहे। भाजपा नेता व जिपं अध्यक्ष बसंती देव समेत भाजपा नेता देवकी कपकोटी, कांग्रेस नेता व पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण, पूर्व जिपं अध्यक्ष हरीश ऐठानी, पूर्व दर्जा मंत्री राजेंद्र टंगड़िया आदि ने घायलों का हालचाल जाना। इस बीच कुछ घायलों के दिल्ली से स्वजन यहां पहुंचे और उनसे भी बातचीत की। विधायक चंदन राम दास ने शवों को भेजने के लिए जिलाधिकारी विनीत कुमार से संपर्क किया।पूर्व विधायक फर्स्वाण, पूर्व जिपंअ ललित फर्स्वाण ने भी घायलों और उनके स्वजनों को ढांढ़स बंधाया। जिलाधिकारी से मुलाकात की और शवों को भेजने के लिए हेलीकाप्टर की मांग की।