आईएफएस संजीव चतुर्वेदी ने ट्राई के सलाहकार पद की चयन प्रक्रिया से नाम वापस लिया
आइएफएस अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने दूरसंचार नियामक प्राधिकरण में सलाहकार पद की चयन प्रक्रिया से खुद को अलग कर लिया है। ट्राई को लिखे अपने पत्र में उन्होंने नितांत व्यक्तिगत वजहों से ट्राई के 10 सितंबर को तय किए गए इंट्रेक्शन से अपने को अलग कर लिया है।
जागरण संवाददाता, नैनीताल : आइएफएस अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने दूरसंचार नियामक प्राधिकरण में सलाहकार पद की चयन प्रक्रिया से खुद को अलग कर लिया है। ट्राई को सात सितंबर को लिखे अपने पत्र में उन्होंने बिना किसी विशेष कारण का हवाला दिए नितांत व्यक्तिगत वजहों से ट्राई के 10 सितंबर को तय किए गए इंट्रेक्शन से अपने को अलग कर लिया है। पत्र में उन्होंने यह भी लिखा है कि इस संबंध में उनके प्रस्ताव को पूरी तरह वापस लिया हुआ समझा जाए। ट्राई में सलाहकार का पद भारत सरकार के संयुक्त सचिव स्तर का होता है। इस संबंध में इस वर्ष ट्राई की ओर से जारी विज्ञापन के आधार पर उत्तराखंड सरकार ने तीन जून को संजीव का नाम इस पद के लिए अग्रसारित किया था।
कई विवादों से जोड़ा जा रहा यह कदम
अब संजीव के इस कदम को स्टाफ सेलेक्शन कमीशन के सदस्य पद पर हुई नियुक्ति के संबंध में हुए विवाद से भी जोड़कर देखा जा रहा है। इसके संबंध में संजीव ने उत्तराखंड हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर इस नियुक्ति में हुई गड़बड़ी की जांच की मांग की थी। साथ ही भारत सरकार के डाक विभाग ने पिछले माह उत्तराखंड हाई कोर्ट में हलफनामा देकर यह कहा था कि संजीव का आवेदन केंद्र सरकार के डीओपीटी में समय से यानि 20 मार्च 2020 को पहुंचा दिया था, जबकि आवेदन प्राप्त होने की अंतिम तिथि 23 मार्च थी, जबकि केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण मंत्रालय ने इसी मामले में हाई कोर्ट में दाखिल हलफनामे में दावा किया था कि संजीव का आवेदन 29 मई को मिला था जबकि अंतिम तिथि 23 मार्च थी। जिस कारण आवेदन को देर में पहुंचने का कारण खारिज कर दिया था।