पहाड़ पर घूमने का मन बना रहे हों तो नैनीताल है बेहतरीन जगह

गर्मियों में पर्यटक घूमने के लिए पहाड़ का रुख करते हैं। उत्‍तर भारत के सै‍लानियों के लिए कम बजट का सबसे मुफीद जगह है नैनीताल। यहां की खास बात यह है कि आप यहां आने पर आसपास कई तरह के पर्यटन अनुभवों का लुत्‍फ एक साथ उठा सकते हैं।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 03:17 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 08:18 AM (IST)
पहाड़ पर घूमने का मन बना रहे हों तो नैनीताल है बेहतरीन जगह
काफी कम बजट में नैनीताल व उसके आसपास घूमना एक बेहतरीन पर्यटन पैकेज हो सकता है।

नैनीताल, जागरण संवाददाता : सर्दी लगभग जा चुकी है। कोरोना काल में करीब एक साल तक लोग कहीं घूम नहीं सके हैं। ऐसे में गर्मियों में अगर आप पहाड़ पर घूमने का मन बना रहे हों तो नैनीताल व उसके आसपास घूमना एक बेहतरीन पर्यटन पैकेज हो सकता है। वह भी काफी कम बजट में।

यहां आसपास आपको हर तरह के पर्यटन स्थलों का अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। एक तरफ मानसिक शांति के लिए नैनीताल, सातताल व नौकुचियाताल की झीलें, आध्यात्मिक सुकून के लिए नैना देवी, गोल्ज्यू देवता व कैंची का विश्व प्रसिद्ध बाबा नीम करौली का मंदिर। इसके अलावा एडवेंचर के लिए नैनीताल में ट्रैकिंग, रामनगर जिम कार्बेट में टाइगर सफारी। पहाड़ों के बीच भवाली का श्याम खेत चाय बागान की शांति व सुरम्यता का कहना ही क्या। यहां आपको पहाड़, झील व जंगल का एकसाथ मजा मिलेगा। आइए हम आपको बताते हैं कि यहां आएं तो कहां-कहां घूमने का लुत्फ उठा सकते हैं।

नैनीताल

उत्तराखंड में पहाड़ पर नैनीताल सर्वाधिक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। हिंदी फिल्म का गाना भी है तालों में नैनीताल...जैसा कि नाम से ही प्रतीत होता है, आंख की तरह ताल। पौराणिक मान्यता है कि यहां माता सती की आंख गिरी थी। इससे इसका नाम नैनीताल पड़ा। माता के 51 शक्तिपीठों में इसका भी प्रमुख स्थान है। नैनीताल में घूमने के लिए शाम को माल रोड सबसे प्यारी जगह है। झील के किनारे हल्की हवा के बीच आपको टहलते हुए स्वर्ग सा अनुभव होगा। झील के चारो ओर जलती बिजलियों को देखकर लगता है पहाड़ विद्युत झालरों से सजाए गए हों। एडवेंचर के लिए आप ट्रैकिंग, रोपवे आदि का मजा ले सकते हैं। हिमालय दर्शन के लिए स्नो व्यू पर्यटकों के बीच बहुत रोमांचकारी जगह है। इसके साथ ही मानसिक शांति के लिए आप माता नैना देवी व गुरुद्वारे जा सकते हैं। इतना ही नहीं शॉपिंग के शौकीनों के लिए माल रोड व तिब्बती मार्केट पहाड़ी उत्पाद से लेकर हर तरह के फैंसी आइटम मिल जाएंगे।

भीमताल

नैनीताल से सटा हुआ झीलों के लिए प्रसिद्ध जगह है भीमताल। महाभारत काल में अज्ञात वास के दौरान यहां भीम रहे थे। उन्हीं के नाम से इसका नाम भीमताल पड़ा। अगर आप प्राकृतिक सुंदरता के साथ शांति पसंद करते हैं तो यह जगह आपके लिए सबसे मुफीद है। यहां झील में तैरते बतख और गहरे पानी में मछलियां आपका मन मोह लेंगी। चारो तरफ हरियाली देखते ही बनती है। यहां पर झील के बीचोबीच बने एक्वेरियम तक पहुंचना काफी रोमांचक है। इसके अलावा विक्टोरिया डैम, हनुमान गढ़ी और हिडिम्बा पर्वत देखने-घूमने प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं।

सातताल

झीलों के पर्यटन स्थल क्रम में सातताल भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। आपस में जुड़ी सात ताजे पानी की झीलों (नल दमयंती, पन्ना, राम, सीता, लक्ष्मण, भरत व सुक्खा) से इसका नाम पड़ा सातताल। यहां पर भी आपको साल भर एक जैसा ही मौसम मिलेगा। इसलिए यहां आने के लिए आपको सोचना नहीं पड़ेगा। तमाम तरह के हिमालयन फीजेंट, तितलियां और मछलियां पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हैं। सुधाष धारा झरना, मेथोडिस्ट आश्रम जिसे महात्मा गांधी के मित्र स्टेनली जोंस ने किया था। यहां आपको काफी सुकून मिलेगा। इसके साथ ही तितलियों का संग्रहालय जीव-जंतु प्रेमियों व खासकर बच्चों को काफी रोमांचित करती है।

नौकुचियाताल

यह भीमताल के बगल नौकुचियाताल एक शांत सुंदर पहाड़ी गांव है। दार्शनिक प्रवृत्ति के पर्यटकों के लिए स्वर्ग है। यहां आने के बाद आप अपने को भौतिक दुनिया से हटकर पाएंगे। यहां की झील के नौ कोने हैं, इसी से इसका नाम नौकुचियाताल पड़ा। यहां पर असीम शांति, हरियाली के साथ ही झील में खिले कमल आपको अलग सी दुनिया का अहसास कराएंगे। यह नैनीताल की सबसे गहरी झील है। इसमें कई तरह की रंगबिरंगी मछलियां पाई जाती हैं। पौराणिक मान्यता है कि इस ब्रह्मा जी के तप से इस झील का निर्माण हुआ था। यहां पर एक छोटा सा ब्रह्मा जी का मंदिर भी है।

बाबा का धाम कैंची मंदिर

नैनीताल के पहले ही बाबा नीम करौली का विश्व प्रसिद्ध मंदिर है। पहाड़ के बीच नारंगी चमक वाले हनुमान जी के भक्त बाबा नीम करौली के इस मंदिर में 15 जून को बजरंगबली की प्राण प्रतिष्ठा की थी। इसलिए इसी दिन हर साल भव्य व विशाल मेला लगता है। इसमें देश-दुनिया से बाबा के भक्त पहुंचते है। मंदिर के बाहर दर्शन व मालपुए के प्रसाद के लिए कई किमी तक भक्तों की लाइन लगती है। यहां पर देश के कोने-कोने के साथ ही फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग, एप्पल के फाउंडर स्टीव जाब्स को बाबा का आशीष व मार्गदर्शन प्राप्त हुआ है। इसके अलावा हॉलीवुड अभिनेत्री जूलिया राबर्टस आदि कई विश्व स्तरीय सेलिब्रेटी बाबा के भक्त हैं।

गोल्ज्यू मंदिर, घोड़ाखाल

गोलज्यू या गोलू देवता पहाड़ के न्याय के देवता हैं। यह एक सुंदर सी पहाड़ी पर बना हुआ है। यहां बहुत शांत वातावरण है। मंदिर में लोग घंटी बांधकर मन्नत मांगते हैं। मंदिर में हजारों घंटियां आपको बरबस आकर्षित कर लेंगी। यहां दर्शन के लिए पूरे वर्ष आया जा सकता है। सावन व नवरात्र में अधिक भीड़ रहती है।

श्यामखेत चाय बागान, भवाली

चाय बागान का नाम सुनते ही मन में असोम व दार्जिलिंग कौंधता है। पर अब आप अपने नैनीताल भ्रमण के दौरान रास्ते में भवाली में उत्तराखंड टी बोर्ड द्वारा विकसित श्यामखेत चाय बागान भी घूम सकते हैं। पहाड़ों के बीच शांत वातावरण में चाय बागान भ्रमण के साथ ही यहां से चाय खरीदने व उसका लुत्फ उठाया जा सकता है। पिछले साल यहां एक लाख से अधिक पर्यटक आ चुके हैं।

जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क

बाघों के संरक्षण के लिए यह भारत का सबसे पुराना विश्व प्रसिद्ध नेशनल पार्क है। प्रसिद्ध शिकारी व पर्यावरणविद् जिम कार्बेट के नाम से इसे जाना जाता है। सैकड़ों वर्ग किमी में फैले इस पार्क में पर्यटकों के लिए कई जोन हैं। यहां की टाइगर सफारी काफी प्रसिद्ध हैं। यहां रुकने खाने की सभी सुविधाएं पार्क के अंदर मौजूद हैं। आप आनलाइन बुकिंग करा सकते हैं। बाघों को देखने मशहूर हस्तियों यहां हर साल पहुंचती हैं। 2019 में डिस्कवरी चैनल पर विश्व प्रसिद्ध शो मैन वर्सेज वाइल्ड की शूटिंग भी यहां हुई थी। प्रसिद्ध होस्ट बेयर ग्रिल्स व प्रधानमंत्री मोदी के ऊपर शो शूट किया गया था। यह डिस्कवरी के सबसे अधिक देखे गए शो में से एक रहा है।

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