पत्नी का शव छोड़ लापता हुआ जसपुर निवासी पति, फोन मिलाती रहीं सिटी मजिस्ट्रेट, दो घंटे इंतजार के बाद समिति ने कराया अंतिम संस्कार

कोविड संक्रमण से पत्नी की मौत होने के बाद जसपुर निवासी एक व्यक्ति बॉडी को लेकर श्मशान घाट पहुंचा। शव को नीचे उतारने के बाद उसने पर्ची भी कटवाई। मगर उसके बाद अचानक लापता हो गया। सिटी मजिस्ट्रेट के आदेश पर समिति द्वारा शव की अंत्येष्टि की गई।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Mon, 03 May 2021 10:31 AM (IST) Updated:Mon, 03 May 2021 10:31 AM (IST)
पत्नी का शव छोड़ लापता हुआ जसपुर निवासी पति, फोन मिलाती रहीं सिटी मजिस्ट्रेट, दो घंटे इंतजार के बाद समिति ने कराया अंतिम संस्कार
सिटी मजिस्ट्रेट रिचा सिंह ने बताया कि मेरे द्वारा उस व्यक्ति को कई फोन किए गए। कॉल रिसीव नहीं की।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : राजपुरा मुक्तिधाम में रविवार दोपहर एक अजीब वाकया हुआ। कोविड संक्रमण से पत्नी की मौत होने के बाद जसपुर निवासी एक व्यक्ति बॉडी को लेकर श्मशान घाट पहुंचा। शव को नीचे उतारने के बाद उसने पर्ची भी कटवाई। मगर उसके बाद अचानक लापता हो गया। श्मशान घाट समिति द्वारा फोन नंबर मिलाने व काफी खोजने के बाद भी जब पता नहीं चला तो सिटी मजिस्ट्रेट रिचा सिंह को सूचना दी गई। उन्होंने भी कई बार उसका फोन ट्राय किया। मगर कोई जवाब नहीं मिला। जिसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट के आदेश पर समिति द्वारा शव की अंत्येष्टि की गई।

राजपुरा मुक्तिधाम में रविवार को कुल 34 शव पहुंचे थे। जिसमें से 31 संक्रमित व दो सामान्य थे। समिति पदाधिकारी रामबाबू जायसवाल ने बताया कि चार बजे करीब मोर्चरी से एक व्यक्ति अपनी पत्नी के शव को लेकर घाट पहुंचा। एंबुलेंस से बॉडी को नीचे उतरवाने के बाद उसने कार्यालय जाकर अंत्येष्टि के लिए रसीद भी कटवाई। जिसके बाद वह बाहर को चला गया। वहीं, नंबर आने पर श्मशान घाट के कर्मचारी उसे ढूंढते रहे। लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। रसीद कटाने के दौरान दर्ज कराए नंबर पर संपर्क करने पर फोन नहीं उठा। जिसके  बाद मामला सिटी मजिस्ट्रेट के पास पहुंचा। उनके निर्देश पर शाम छह बजे शव का अंतिम संस्कार किया गया।

सिटी मजिस्ट्रेट रिचा सिंह ने बताया कि मेरे द्वारा खुद उस व्यक्ति को कई फोन किए गए। घंटी जाने पर भी उसने कॉल रिसीव नहीं की। बाद में फोन स्वीच ऑफ आने लगा। शव पड़ा रहने पर संक्रमण के खतरे के साथ खराब होने का डर भी था। इसलिए आदेश जारी कर अंत्येष्टि करवाई गई।

गंदगी से परेशान

नगर निगम द्वारा मुक्तिधाम में पीपीइ किट, मास्क व ग्लब्स एकत्र करने के लिए डस्टबिन तो रखा गया। लेकिन तीन दिन से डस्टबिन फुल होने पर भी उठान नहीं किया गया। जिस वजह से कर्मचारियों लेकर यहां आने वाले लोगों में भी डर बना हुआ है। समिति पदाधिकारियों नेे कहा कि लगातार निगम से गुहार लगाने पर भी कोई सुनने को तैयार नहीं।

बस एक दिन की दिक्कत और

सिटी मजिस्ट्रेट रिचा सिंह ने बताया कि रविवार को उनके द्वारा गौलापार में तैयार किए अस्थायी श्मशान घाट का निरीक्षण किया गया था। लगभग सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है। लोगों के बैठने को लेकर भी व्यवस्था की गई है। निगम का स्टॉफ यहां लोगों की पूरी मदद करेगा। इसके अलावा एसडीआरएफ के जवान भी अंत्येष्टि में सहयोग करेंगे। विषम परिस्थतियों में सिर्फ एक दिन की दिक्कत और है। मंगलवार को संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार वहां किया जाने लगेगा।

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