काश्तकारों की उपज को बेहतर दाम दिलाने वाला आपुण बाजार में जमीन के विवाद में फंसा

खैरना के समीप बेतालघाट व ताड़ीखेत ब्लॉक के काश्तकारों की उपज को बेहतर दाम दिलाने के मकसद से अस्तित्व में आया आपुण बाजार में जमीनी विवाद का पेच फंस गया है।

By Edited By: Publish:Tue, 19 Nov 2019 08:40 AM (IST) Updated:Tue, 19 Nov 2019 11:01 AM (IST)
काश्तकारों की उपज को बेहतर दाम दिलाने वाला आपुण बाजार में जमीन के विवाद में फंसा
काश्तकारों की उपज को बेहतर दाम दिलाने वाला आपुण बाजार में जमीन के विवाद में फंसा

गरमपानी (नैनीतान) जेएनएन : खैरना के समीप बेतालघाट व ताड़ीखेत ब्लॉक के काश्तकारों की उपज को बेहतर दाम दिलाने के मकसद से अस्तित्व में आया 'आपुण बाजार' में जमीन के विवाद का पेच फंस गया है। हाई कोर्ट से सेना के पक्ष में निर्णय आने के बाद अब मंडी समिति ने स्पेशल अपील दायर कर जमीन पर अपना दावा किया है। बहरहाल करीब 92 लाख की लागत से तैयार आपुण बाजार का भविष्य अधर में लटक गया है। वर्ष 2015 में मंडी समिति हल्द्वानी ने अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर स्थित खैरना बाजार के समीप ताड़ीखेत व बेतालघाट ब्लॉक के काश्तकारों को लाभान्वित करने के लिए करीब 0.44 हेक्टेयर ( 22 नाली) भूमि पर 92 लाख की लागत से आपुण बाजार बनाने की कवायद शुरू की। जल्द ही काम पूरा भी कर लिया गया। नीति स्पष्ट न होने से आपुण बाजार काश्तकारों को नहीं रिझा पाया। वहीं दूसरी ओर कुमाऊं रेजिमेंट ने उक्त जमीन पर अपना हक होने का दावा कर 2007 में नैनीताल हाई कोर्ट में वाद दायर कर दिया। बीते जुलाई को कोर्ट ने सेना के पक्ष में निर्णय दे दिया है। जिससे मंडी समिति सकते में आ गई है। मंडी समिति ने दोबारा स्पेशल अपील दायर कर उक्त जमीन पर अपना हक जताया है।

लाखों डूबने की भी आशंका

जमीनी विवाद के फेर में काश्तकारों को खासा नुकसान हो गया है। भविष्य में कुछ बेहतर होने की आस लगाए दोनों ब्लॉकों के काश्तकार निराश हैं। वहीं 92 लाख खर्च होने के बाद अब फैसला सेना के पक्ष में आ जाने के बाद खर्च हुई रकम के बर्बाद होने की भी संभावना है।

सरकार ने आवंटित की थी भूमि

विभागीय अधिकारियों के अनुसार अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर स्थित खैरना बाजार में मंडी की जमीन पर तहसील बना दी गई। जब पत्राचार किया गया तो राज्य सरकार ने उन्हें खैरना में जमीन आवंटित कर दी। जिस पर उन्होंने आपुण बाजार का निर्माण करवाया। विभागीय अधिकारी अब कोर्ट से निर्णय आने के इंतजार में है।

यह था मकसद

मंडी समिति ने दोनों ब्लॉकों के काश्तकारों की उपज को बेहतर दाम दिलाने के लिए आपुण बाजार की स्थापना की। मकसद था कि काश्तकारों को बिचौलियों से बचाया जा सके तथा उनकी उपज को बेहतर दाम दिलाया जा सके। मगर योजना परवान नहीं चढ़ सकी।

विशेष याचिका दायर की जाएगी

विश्वविजय सिंह देव, सचिव मंडी समिति हल्द्वानी ने बताया कि बीते जुलाई में सेना के पक्ष में निर्णय आया है। फिलहाल अभी कोई काम नहीं कराया जा सकता। पुन: स्पेशल अपील दायर की है। निर्णय आने के बाद ही आपुण बाजार में नई योजना शुरू हो सकेगी।

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