13 से होगा ऐतिहासिक स्याल्दे बिखौती कौतिक श्रीगणेश, तैयारी पूरी

पौैराणिक विभांडेश्वर तीर्थ में सायं चार बजे विधि-विधान से मेले का शुभारंभ होगा। बुधवार मध्यरात्रि बाद शुभ मुहुर्त के अनुसार आल गरख व नौज्यूला धड़ा से जुड़े करीब 40 गांवों के रणबांकुरे झोड़ा गीतों पर नृत्य की परंपरा निभाएंगे। तड़के सुरभि नंदिनी व गुप्त सरस्वती की त्रिवेणी पर महास्नान होगा।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 05:56 PM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 05:56 PM (IST)
13 से होगा ऐतिहासिक स्याल्दे बिखौती कौतिक श्रीगणेश, तैयारी पूरी
मेले के मद्देनजर नगर क्षेत्र में दो से पांच बजे तक यातायात डायवर्ट रहेगा।

जागरण संवाददाता, द्वाराहाट : ऐतिहासिक स्याल्दे बिखौती कौतिक का मंगलवार को श्रीगणेश होगा। पौैराणिक विभांडेश्वर तीर्थ में सायं चार बजे विधि-विधान से मेले का शुभारंभ होगा। बुधवार मध्यरात्रि बाद शुभ मुहुर्त के अनुसार आल, गरख व नौज्यूला धड़ा से जुड़े करीब 40 गांवों के रणबांकुरे झोड़ा गीतों पर नृत्य की परंपरा निभाएंगे। तड़के सुरभि, नंदिनी व गुप्त सरस्वती की त्रिवेणी पर महास्नान होगा। 

नगर पंचायत सभागार में सोमवार को स्याल्दे मेला समिति, प्रशासन तथा मेले से जुड़े थोकदारों की अहम बैठक हुई। तय किया गया कि बुधवार यानी 14 अप्रैल को नगर के मुख्य चौराहा पर बाटपुजै (मार्गपूजन) किया जाएगा। इसके बाद नौज्यूला धड़ा के रणबांकुरे ओड़ा भेंटने की रस्म निभाएंगे। 15 अप्रैल को मुख्य स्याल्दे कौतिक (मेला) लगेगा। इसी दिन अपराह्न तीन बजे से पहले गरख फिर आल धड़ा ओड़ा भेंटने पहुंचेगा। सरंकार नृत्य खास आकर्षण रहेगा। मेले के मद्देनजर नगर क्षेत्र में दो से पांच बजे तक यातायात डायवर्ट रहेगा। पारंपरिक वाद्ययंत्र व सरंकार नृत्य से जुड़े संस्कृति कर्मियों को सम्मानित भी किया जाएगा। 

मास्क लगा कर ही आएं मेले में 

अबकी स्याल्दे बिखौती कौतिक में कोरोना से बचाव को मास्क अनिवार्य किया गया है। बगैर मास्क लगाए पहुंचे मेलार्थियों को समिति मास्क बांटेगी। मगर कड़ी हिदायत भी दी गई है। बैठक में साफ सफाई, बिली व पानी की व्यवस्था बेहतर रखने पर मंथन हुआ। इस मौके पर मेला समिति व नगर पंचायत अध्यक्ष मुकेश साह, उपाध्यक्ष हेम रावत, महासचिव नारायण रावत, उपजिलाधिकारी आरके पांडे, प्रभारी थानाध्यक्ष गौरव जोशी, गोविंद अधिकारी, डीपी चौधरी, भूपेंद्र कांडपाल, सुरेंद्र साह आदि मौजूद रहे।

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