खनन कार्य प्रतिबंध के सीमांकन के दायरे में आए चार गेट

नेशनल पार्क के दस किलोमीटर के दायरे में खनन कार्य पर प्रतिबंध के मामले में वन विभाग ने सीमांकन कार्य पूरा कर लिया है।

By Edited By: Publish:Thu, 20 Sep 2018 10:22 PM (IST) Updated:Fri, 21 Sep 2018 08:13 AM (IST)
खनन कार्य प्रतिबंध के सीमांकन के दायरे में आए चार गेट
खनन कार्य प्रतिबंध के सीमांकन के दायरे में आए चार गेट
संवाद सहयोगी, रामनगर : नेशनल पार्क के दस किलोमीटर के दायरे में खनन कार्य पर प्रतिबंध के मामले में वन विभाग ने सीमांकन कार्य पूरा कर लिया। सीमाकंन के दायरे में बंजारी को छोड़कर अन्य सभी खनन गेट आ रहे है। ऐसे में कोसी व दाबका नदी में इस बार खनन कार्य पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। यदि खनन कार्य बंद हुआ तो इससे जुड़े हजारों लोगों के समक्ष रोजी रोटी का संकट पैदा होगा। हाई कोर्ट ने पूर्व में नेशनल पार्क के दस किलोमीटर के दायरे में खनन पर रोक लगाने के आदेश दिए थे। इसके तहत रामनगर में भी कॉर्बेट पार्क के दस किलोमीटर के दायरे का हवाई सीमांकन किया गया। करीब एक माह का समय लगने के बाद तराई पश्चिमी वन प्रभाग ने अब अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है। बताया जा रहा है कि इसके दायरे में कोसी नदी का कठियापुल, कालूसिद्घ, खड़ज्जा व दाबका नदी का छोई गेट आ रहे है। ऐसे में इन गेटों पर खनन कार्य प्रभावित होने के आसार बढ़ गए हैं। खनन गेटों की रिपोर्ट वन विभाग द्वारा वन निगम को भेजी जा रही है। हालांकि इस पर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है। इसके बाद वन निगम द्वारा अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि बंजारी गेट के अलावा सभी गेट सीमाकन के दायरे में आ रहे हैं। जीपीएस की मदद से किया सीमांकन हवाई सीमांकन के दौरान कॉर्बेट की किसी नजदीकी सीमा को बिंदु मानकर दूरी नापी जाती है। ग्लोबल पोजिशन सिस्टम जीपीएस की मदद से दूरी का सीमांकन किया गया है।
chat bot
आपका साथी