हाईकोर्ट के अधिवक्ता को एसटीएच में नहीं मिला रेमडेसिर इंजेक्शन, हालत गंभीर

मण्डल के एकमात्र कोरोना रेफरल सेंटर में कोरोना की दवा उपलब्ध नहीं होने के कारण कोरोना संक्रमितों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को लॉकडाउन होने कारण यह समस्या और अधिक बढ़ गयी है। दवा के लिए पीड़ित के परिवार वाले कहीं आ जा भी नहीं सकते।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 05:13 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 05:13 PM (IST)
हाईकोर्ट के अधिवक्ता को एसटीएच में नहीं मिला रेमडेसिर इंजेक्शन, हालत गंभीर
हाईकोर्ट के अधिवक्ता को एसटीएच में नहीं मिला रेमडेसिर इंजेक्शन, हालत गंभीर

नैनीताल, जागरण संवाददाता : मण्डल के एकमात्र कोरोना रेफरल सेंटर में कोरोना की दवा उपलब्ध नहीं होने के कारण कोरोना संक्रमितों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को लॉकडाउन होने कारण यह समस्या और अधिक बढ़ गयी है। दवा के लिए पीड़ित के परिवार वाले कहीं आ जा भी नहीं सकते। ऐसा ही एक मामला हाइकोर्ट के अधिवक्ता रविन्द्र सिंह बिष्ठ का सामने आया। वह एसटीएच में 16 अप्रैल को भर्ती हुए थे।

रविवार को डॉक्टर ने उन्हें रेमडेसिर दवा लिखी थी, जो उनको आज ही लगनी थी । जब अस्पताल प्रबंधन से इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने दवा नहीं होने की बात कही। इसके बाद उन्होंने यह बात साथी अधिवक्तों से कहीं। साथी अधिवक्तों ने इस दवा को उपलब्ध कराने के लिए अस्पताल प्रबंधन, जिलाधिकारी से बात की। जिला अधिकारी ने सीएमओ नैनीताल से बात करने को कहा। जब सीएमओ को फोन किया गया तो किसी ने फोन नहीं उठाया। इसके बाद क्षुब्ध होकर बार एशोसिएशन के संयुक्त सचिव अधिवक्ता शक्ति प्रताप सिंह ने हाइकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल से बात की। उनकी इस बात को रजिस्टार जनरल ने मुख्य न्यायाधीश के सम्मुख रखने के बात कही। इस मामले को लेकर 19 अप्रैल को जनहित याचिका दायर करेंगे।

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