हल्द्वानी, अल्मोड़ा व अस्कोट में बनेंगे हेलीपोर्ट, सैलानियों को होगी सुविधा, लोनिवि को मिला काम

लोक निर्माण विभाग को निर्माण कार्य की डीपीआर बनाने के लिए नियुक्त किया गया है। हाल में दून में हेली पोर्ट को लेकर उच्चस्तरीय बैठक भी बुलवाई गई थी। लेकिन किन्हीं कारणों से यह स्थगित हो गई थी। जल्द दोबारा बैठक बुलाकर चर्चा की जाएगी।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 07:05 AM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 07:42 PM (IST)
हल्द्वानी, अल्मोड़ा व अस्कोट में बनेंगे हेलीपोर्ट, सैलानियों को होगी सुविधा, लोनिवि को मिला काम
हेलीपोर्ट पर यात्रियों के विश्राम करने की जगह भी होगी।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : कुमाऊं के तीन जिलों में हेलीपैड का विस्तार कर अब हेलीपोर्ट बनाया जाएगा। हल्द्वानी, अल्मोड़ा व पिथौरागढ़ के अस्कोट का चयन किया गया है। गढ़वाल के भी कई शहरों में इस प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। लोक निर्माण विभाग को निर्माण कार्य की डीपीआर बनाने के लिए नियुक्त किया गया है। हाल में दून में हेली पोर्ट को लेकर उच्चस्तरीय बैठक भी बुलवाई गई थी। लेकिन किन्हीं कारणों से यह स्थगित हो गई थी। जल्द दोबारा बैठक बुलाकर चर्चा की जाएगी।

लोक निर्माण के मुताबिक दस जगहों पर सरकार हेलीपोर्ट बनाना चाहती है। इसमें गोपेश्वर, गौचर, नई टिहरी, श्रीनगर, चिन्यालीसौंण, पुरोला, अस्कोट, अल्मोड़ा व हल्द्वानी शामिल है। उत्तराखंड नागरिक उड््डयन विभाग व पवन हंस का यह साझा प्रोजेक्ट है।

लोक निर्माण विभाग हल्द्वानी खंड के अधिशासी अभियंता अशोक कुमार ने बताया कि हल्द्वानी के गौलापार में हेलीपैड पहले से मौजूद है। हेलीपोर्ट के तौर पर विस्तार होने पर एक से अधिक हेलीकाप्टर यहां लैंड हो सकेंगे। इसके अलावा हेलीपोर्ट पर यात्रियों के विश्राम करने की जगह भी होगी। ताकि उन्हें परेशानी का सामना न करना पड़े।

पर्यटन को मिलेंगे पंख

जिन दस जगहों का चयन किया गया है। उसमें हल्द्वानी को छोड़ सभी पर्यटन का केंद्र है। हल्द्वानी कुमाऊं का प्रवेश द्वार होने की वजह से सैलानियों का पहला पड़ाव है। हेलीपोर्ट बनने पर यात्रियों को आवागमन में आसानी होगी। जिस वजह से पर्यटन कारोबार भी बढ़ेगा। लंबे समय से हेलीपैड के विस्तार की प्रक्रिया चल रही थी।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी