पिथौरागढ़ के दारमा में फंसे ग्रामीणों को हेलीकाप्टर से निकालने का कार्य शुरू

पहले दिन हेलीकाप्टर ने उच्च हिमालय के चार चक्कर लगा कर 16 ग्रामीणों को धारचूला पहुंचाया। जिले में दो सीमा मार्ग सहित 20 मार्ग अभी भी बंद हैं। जिलाधिकारी ने सडक विभागों को शीघ्र मार्ग खोलने के सख्त निर्देश दिए हैं।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 30 Oct 2021 11:39 AM (IST) Updated:Sat, 30 Oct 2021 11:39 AM (IST)
पिथौरागढ़ के दारमा में फंसे ग्रामीणों को हेलीकाप्टर से निकालने का कार्य शुरू
शीतकालीन प्रवास के लिए जौलजीबी से गलाती तक आने वाले ग्रामीण परेशान हैं।

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़ : धारचूला की उच्च हिमालयी दारमा घाटी में मार्ग बंद होने से फंसे ग्रामीणों को हेलीकाप्टर से निकालने का कार्य प्रारंभ हो चुका है। पहले दिन हेलीकाप्टर ने उच्च हिमालय के चार चक्कर लगा कर 16 ग्रामीणों को धारचूला पहुंचाया। जिले में दो सीमा मार्ग सहित 20 मार्ग अभी भी बंद हैं। जिलाधिकारी ने सडक विभागों को शीघ्र मार्ग खोलने के सख्त निर्देश दिए हैं।

जिले में अभी भी 20 मार्ग बंद होने से एक लाख की आबादी की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अधिकांश मार्ग ग्रामीण होने से ग्रामीण जनता को सबसे अधिक परेशानी झेलनी हो रही है। वहीं सीमा क्षेत्र में दारमा मार्ग बंद होने तथा उच्च हिमालय में हिमपात होने तथा हिमपात के अधिक होने की संभावना को लेकर ग्रामीणों का शीतकालीन माइग्रेशन प्रभावित हो चुका है। शीतकालीन प्रवास के लिए जौलजीबी से गलाती तक आने वाले ग्रामीण परेशान हैं।

मार्ग बंद होने के कारण सेला से लेकर सीपू तक के ग्रामीण फंसे हैं। दारमा घाटी का चीन सीमा पर स्थित सीपू अंतिम गांव है। सीपू के ग्रामीण कुछ दिन पूर्व ही माइग्रेशन के लिए गांव से रवाना हो चुके थे। गांव से दांतू और दुग्तू पहुंंचे। आगे मार्ग खराब होने से यहां पर फंसे रहे। हेलीकाप्टर की प्रतीक्षा करते रहे। हेलीकाप्टर नहीं पहुंचने से सीपू के 30 से 35 ग्रामीण पैदल ही घाटी की तरफ रवाना हो गए थे। नागलिंग से सेला के बीच मार्ग अत्यधिक खराब होने से ग्रामीणों को दर तक पहुंचने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

वहीं तिदांग में भी कई ग्रामीण फंसे हैं। तिदांग गांव सीपू से पहले आता है। इस क्षेत्र में चोटियों पर प्रतिदिन हिमपात हो रहा है। ग्रामीण हेलीकाप्टर की प्रतीक्षा कर रहे हैं। ढाकर और बालिंग में भी ग्रामीण फंसे हुए हैं। ग्रामीणों द्वारा लगातार हेलीकाप्टर की मांग पर जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान ने शासन और वायु सेना से संपर्क किया। शुक्रवार से ग्रामीणो को निकालने के लिए हेलीकाप्टर पहुंचा। उपजिलाधिकारी धारचूला एके शुक्ला के निर्देशन पर दारमा से ग्रामीणों का निकालने का कार्य प्रारंभ हुआ।

सीपीडब्ल्यूडी को पैदल चलने योग्य मार्ग बनाने के निर्देश

एसडीएम एके शुक्ला ने बताया कि शुक्रवार को हेलीकाप्टर ने दारमा के चार चक्कर लगाए। तीन चक्कर ढाकर के और एक चक्कर बालिंग का लगाया। ढाकर से तीन चक्कर में 12 ग्रामीण और बालिंग से एक चक्कर में चार ग्रामीण कुल 16 लोगों को धारचूला लाया गया। उन्होंने बताया कि  सीपीडब्ल्यूडी को पैदल चलने योग्य मार्ग बनाने के लिए कहा गया है ताकि दारमा से आ रहे ग्रामीणों को आने में किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने बताया कि शनिवार को भी हेलीकाप्टर से ग्रामीणों को धारचूला लाने का कार्य जारी रहेगा।

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