बागेश्वर में फंसे 15 पर्यटकों को हेलीकाप्टर से किया रेस्क्यू, प्रशासन पर्यटकों से जुटा रहा जानकारी

गत देर शाम उन्हें हेलीकाप्टर के जरिए खरकिया तक लाया गया। शुक्रवार को पांच टैक्सियों के जरिए 15 पर्यटकों को कपकोट तहसील लाया गया। वहां उनकी नाम पते और अन्य जानकारी एकत्र की गई। उनके भोजन पानी आदि की व्यवस्था भी की गई।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 03:36 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 03:36 PM (IST)
बागेश्वर में फंसे 15 पर्यटकों को हेलीकाप्टर से किया रेस्क्यू, प्रशासन पर्यटकों से जुटा रहा जानकारी
पिंडारी से लौटते समय द्वावाली के समीप पिंडर नदी में बने लकड़ी के अस्थाई पुल बह गए थे।

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : पिंडारी की साहसिक यात्रा पर गए बंगाली मूल के पर्यटकों का रेस्क्यू दूसरे दिन भी जारी रहा। हेलीकाप्टर से उन्हें पहले खरकिया लाया गया। वहां से टैक्सी के जरिए कपकोट तहसील पहुंच गए हैं। तहसील प्रशासन के अनुसार 15 पर्यटकों को सुरक्षित जिला मुख्यालय भेजा जा रहा है। जबकि अन्य स्थानीय लोगों को उनके घरों को भेजा जाएगा।

पिंडारी से लौटते समय द्वावाली के समीप पिंडर नदी में बने लकड़ी के अस्थाई पुल बह गए थे। द्वाली नामक स्थान पर 42 लोग फंसे हुए थे। बीते गुरुवार से जिला प्रशासन ने उन्हें सुरक्षित लाने के लिए अभियान शुरू किया। गत देर शाम उन्हें हेलीकाप्टर के जरिए खरकिया तक लाया गया। शुक्रवार को पांच टैक्सियों के जरिए 15 पर्यटकों को कपकोट तहसील लाया गया। वहां उनकी नाम, पते और अन्य जानकारी एकत्र की गई। उनके भोजन, पानी आदि की व्यवस्था भी की गई। पूर्ति निरीक्षक बबलू पांडे ने बताया कि 15 पर्यटकों के भोजन आदि की व्यवस्था की गई। उनका मेडिकल परीक्षण भी किया गया है। उसके बाद उन्हें जिला मुख्यालय के लिए रवाना किया गया।

उन्होंने बताया कि अन्य स्थानीय 27 स्थानीय लोगों को उनके घर भेजा जा रहा है। जिला आपदा अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि प्रशासन से अभी उनके नाम आदि की जानकारी हासिल नहीं हो सकी है। इसके अलावा सुंदरढूंगा में पांच पर्यटकों की मौत की सूचना पर उन्हें रेस्क्यू करने के लिए हेलीकाप्टर भेजा गया है। सेटेलाइट फोन से अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी हासिल नहीं हो सकी है। जिलाधिकारी स्वास्थ्य, जिला पूर्ति, पेयजल आदि की टीमों के साथ कपकोट में जमे हुए हैं।

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