देवभूमि व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने कहा, स्वास्थ्य मंत्रालय नहीं संभल रहा ताे इस्तीफा दे दें सीएम

हल्द्वानी में एसटीएच की बदहाली और मरीजों के साथ सौतेले व्यवहार का आरोप लगाते हुए देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल ने रविवार को बुद्धपार्क में धरना दिया!

By Edited By: Publish:Mon, 10 Aug 2020 05:13 AM (IST) Updated:Mon, 10 Aug 2020 10:27 AM (IST)
देवभूमि व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने कहा, स्वास्थ्य मंत्रालय नहीं संभल रहा ताे इस्तीफा दे दें सीएम
देवभूमि व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने कहा, स्वास्थ्य मंत्रालय नहीं संभल रहा ताे इस्तीफा दे दें सीएम

हल्द्वानी, जेएनएन : एसटीएच की बदहाली और मरीजों के साथ सौतेले व्यवहार का आरोप लगाते हुए देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल ने रविवार को बुद्धपार्क में सांकेतिक धरना दिया। व्यापारियों ने कहा कि सीएम से स्वास्थ्य मंत्रालय नहीं संभल रहा है तो इस्तीफा दे देना चाहिए। एसटीएच में बीमारी से ठीक होने से ज्यादा मरीजों को जान बचाने की चिंता सताने लगी है। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष कहा कि स्वास्थ विभाग का जिम्मा खुद सीएम त्रिवेंद्र सिंह संभाले रहे हैं, इसके बाबजूद स्वास्थ सेवाएं बदहाल हैं। कोरोना के मरीजों की देखभाल नहीं होने से मरीजों में डर का माहौल बना हुआ है।

संरक्षक एनबी गुणवंत ने कहा कि पूरे एसटीएच में पहाड़ से लेकर मैदानी क्षेत्र तक के कोरोना मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। ऐसे में सुविधा नहीं मिलने पर मरीजों की जान पर बन आ रही है। प्रदेश महामंत्री राजकुमार केसरवानी ने कहा कि यहा भी दिल्ली सरकार के मॉडल के तर्ज पर गंभीर मरीजों के वेंटीलेटर व तमाम सुविधा देनी चाहिए। प्रदर्शन में जीवन सिंह कार्की कोऑíडनेटर जगमोहन चिलवाल, महानगर अध्यक्ष घनश्याम वर्मा, शिक्षा प्रकाश के प्रदेश संयोजक विकल बवाड़ी, अजय कृष्ण गोयल, अतुल गुप्ता, जाकिर हुसैन, काíतक दास, उमेश बेलवाल, योगेश काडपाल आदि मौजूद रहे। कुमाऊं के सबसे बड़े चिकित्सालय और कोविड-19 के उपचार के लिए आरक्षित एसटीएच में अव्यवस्थाओं के विरोध में पार्षदों ने भी मोर्चा खोल दिया है।

पार्षदों ने अस्पतालों के बाहर किया प्रदर्शन

पार्षदों ने रविवार को अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया और लगातार सामने आ रही लापरवाही की घटनाओं के विरोध में पुतला फूंका। पार्षदों ने कहा कि कुमाऊं के लोगों की सुशीला तिवारी अस्पताल से उम्मीदें जुड़ी हैं। गरीब जनता इलाज की उम्मीद में अस्पताल आती है, लेकिन लोग अस्पताल की बदहाली से परेशान हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में भर्ती मरीजों को समय पर भोजन नहीं दिया जा रहा है। यहां तक कि अव्यवस्था से तंग आकर कई मरीज आत्मघाती कदम उठा रहे हैं। इस लापरवाही के बावजूद न तो सरकार के स्तर से कुछ किया जा रहा है और न अस्पताल प्रशासन की ओर से ही कोई सकारात्मक कदम उठाया जा रहा है। बीते दिनों अस्पताल से मरीज गायब हो गया और दूसरे दिन उसकी लाश मिलती है। इसके बावजूद अस्पताल प्रशासन गंभीर नहीं है। व्यवस्था में सुधार नहीं होने पर आदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। प्रदर्शन में पार्षद राजेंद्र सिंह जीना, धर्मवीर डेविड, रवि वाल्मीकि, तौफीक अहमद, नीरज बगड़वाल आदि शामिल रहे।

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