हल्द्वानी कारागार ने पंजाब पुलिस को नहीं सौंपे गैंगस्टर, फिर खाली हाथ लौटी पुलिस
पंजाब पुलिस सोमवार को हल्द्वानी उप कारागार गई और बी वारंट के तहत तीनों गैंगस्टर को अपने साथ पंजाब ले जाने की इच्छा जाहिर की। हल्द्वानी जेल प्रशासन ने गैंगस्टरों को पंजाब पुलिस के साथ भेजने से इन्कार कर दिया। उनका कहना है कि उत्तराखंड पुलिस खुद पंजाब कोर्ट पहुंचेगी।
जागरण संवाददाता, काशीपुर : पंजाब के तीन शातिर गैंगस्टरों को पूछताछ के लिए साथ ले जाने पहुंची पंजाब पुलिस को एकबार फिर खाली हाथ लौटना पड़ा। बताया गया है कि हल्द्वानी उप कारागार प्रशासन ने जेल में बंद गैंगस्टरों को पंजाब पुलिस के हवाले करने से इन्कार कर दिया।
पंजाब के वांछित अपराधी संदीप ङ्क्षसह भल्ला पुत्र अंग्रेज ङ्क्षसह निवासी भङ्क्षटडा, फतेह ङ्क्षसह उर्फ युवराज पुत्र बलङ्क्षवदर ङ्क्षसह निवासी संगरूर और अमनदीप निवासी संगरूर को बीते दिनों पंजाब की क्राइम कंट्रोल यूनिट और कुमाऊं एसटीएफ ने यहां गुलजारपुर गांव से गिरफ्तार किया था। इसके बाद कोतवाली पुलिस ने आरोपितों को रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ की, लेकिन तब उनसे कोई महत्वपूर्ण जानकारी हासिल नहीं हो पायी। इसके बाद बदमाशों को पंजाब पुलिस पूछताछ के लिए रिमांड पर अपने साथ ले जाना चाहती थी लेकिन उसे सफलता नहीं मिल पायी।
इधर रविवार को पंजाब पुलिस की एक टीम ने दोबारा यहां कोतवाली में अपनी आमद दर्ज कराई। इसके बाद पंजाब पुलिस सोमवार को हल्द्वानी उप कारागार गई और बी वारंट के तहत तीनों गैंगस्टर को अपने साथ पंजाब ले जाने की इच्छा जाहिर की। भङ्क्षटडा के कैनाल कालोनी थाने के एसएचओ हरनेक ङ्क्षसह ने बताया कि हल्द्वानी जेल प्रशासन ने गैंगस्टरों को पंजाब पुलिस के साथ भेजने से इन्कार कर दिया है। उनका कहना है कि उत्तराखंड पुलिस आरोपितों को लेकर खुद पंजाब कोर्ट पहुंचेगी। हरनेक ङ्क्षसह ने बताया कि तीनों आरोपितों के खिलाफ पंजाब में 20 से अधिक मुकदमे पंजाब में चल रहे हैं। कुछ मामलों में उनसे पूछताछ की जानी है और कुछ में हथियार बरामद करने हैं। अगर आरोपित उन्हें सौंप दिए जाते तो उनका काम आसान हो सकता था। पंजाब पुलिस की टीम में एसआइ मंजीत ङ्क्षसह, एसआइ लक्ष्मण, बलङ्क्षवदर, हेड कांस्टेबल अवङ्क्षनदर, सीनियर कांस्टेबल अवतार ङ्क्षसह आदि शामिल रहे।