महामारी में ओलों ने तोड़ी किसानों की कमर, बर्बाद हुई स्ट्राबेरी की फसल

दूनागिरि क्षेत्र में गुरुवार को ओलावृष्टि ने काश्तकारों की कमर तोड़ दी है। विशेषकर रतखाल खोलियाबांज व चरी गांव में लगातार तीन घंटे ओले गिरने कारण पूरी फसल फल सब्जी व पूरी स्ट्राॅबेरी की तैयार फसल नष्ट हो गई है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 05:40 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 05:40 PM (IST)
महामारी में ओलों ने तोड़ी किसानों की कमर, बर्बाद हुई स्ट्राबेरी की फसल
बर्बाद हुए फलों के दानों से पटे खेत किसानों को भारी घाटे का संकेत दे रहे।

जागरण संवाददाता, द्वाराहाट (अल्मोड़ा) : महासंकट की दूसरी लहर से जंग के बीच मौसम की बेरुखी ने फल व सब्जी उत्पादकों की कमर तोड़ दी है। खेती किसानी के साथ हालिया आग से तबाह वन क्षेत्रों लिए बारिश तो संजीवनी साबित हो रही। मगर ओलों की मार से फल पट्टियां तबाह होने लगी हैं। विकासखंड के फल उत्पादक इलाकों में ओलावृष्टि से फलों को खासा नुकसान पहुंचा है। बर्बाद हुए फलों के दानों से पटे खेत किसानों को भारी घाटे का संकेत दे रहे।

दूनागिरि क्षेत्र में गुरुवार को ओलावृष्टि ने काश्तकारों की कमर तोड़ दी है। विशेषकर रतखाल, खोलियाबांज व चरी गांव में लगातार तीन घंटे ओले गिरने कारण पूरी फसल, फल व सब्जी पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। रतखाल के ग्रामप्रधान नंदन सिंह, काश्तकार भुवन जोशी आदि ने बताया कि स्ट्राॅबेरी की तैयार फसल नष्ट हो गई है। इस बार उत्पादन अच्छा हुआ था।

वहीं फलों व सब्जी को भी भारी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने क्षेत्र के काश्तकारों को हुए नुकसान का मुआवजा देने की मांग उठाई है। इधर भारी ओलावृष्टि की सूचना पर राजस्व उपनिरीक्षक प्रकाश चंद्र पांडे ने स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि पूरे क्षेत्र का दौरा कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है।

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