कालाढूंगी में कपड़े धुल रही किशोरी को जंगल में घसीट ले गया तेंदुआ, सर्च ऑपरेशन में मृत मिली

कालाढूंगी स्थित बैलपड़ाव रेंज के अंतर्गत धनपुर ग्राम सभा मदनबेल में कपड़े धो रही 12 वर्षीय किशोरी को गुलदार ने हमला कर अपना निवाला बना लिया।

By Edited By: Publish:Sun, 07 Jun 2020 12:27 AM (IST) Updated:Sun, 07 Jun 2020 08:48 AM (IST)
कालाढूंगी में कपड़े धुल रही किशोरी को जंगल में घसीट ले गया तेंदुआ, सर्च ऑपरेशन में मृत मिली
कालाढूंगी में कपड़े धुल रही किशोरी को जंगल में घसीट ले गया तेंदुआ, सर्च ऑपरेशन में मृत मिली

कालाढूंगी, जेएनएन : नैनीताल के कालाढूंगी में बैलपड़ाव रेंज धनपुर के मदनबेल गांव में कपड़े धो रही 12 वर्षीय किशोरी पर तेंदुए ने हमला कर दिया। वह किशोरी की गर्दन मुह में दबाकर जंगल में ले गया। सहेलियों के हो हल्ला करने पर ग्रामीण उसे बचाने के लिए दौड़े। सूचना पर पुलिस व वन विभाग की टीम भी पहुंच गई। जंगल में सर्च ऑपरेशन करने पर किशोरी गभीर हालत में मिली। इस दौरान तेंदुए ने फिर हमला करने की कोशिश की। लेकिन वनकर्मियों ने फायरिंग कर उसे भगाया। गंभीर रूप से घायल होने के कारण किशोरी की मौत हो गई।

कोटाबाग ब्लॉक के मदनबेल गांव में शनिवार शाम साढे पाच बजे जंगल के किनारे ममता पुत्री जीवन अपने सहेलियों के साथ नहर में कपड़े धो रही थी। इसी बीच घात लगाए बैठे तेंदुए ने ममता पर हमला बोल दिया और उसे खींचकर झाड़ियों में लेकर चला गया। सहेलियों के शोर मचाने पर ग्रामीण गुलदार के पीछे दौड़ने लगे। लेकिन तेंदुआ किशोरी को लेकर जंगल में चला गया।

सूचना पर सीओ रामनगर पंकज गरौला, थानाध्यक्ष दिनेश नाथ महंत, बैलपड़ाव चौकी प्रभारी दिनेश जोशी, पुलिस क्षेत्राधिकारीसंतोष आदि ने मौके पर पहुंचकर जंगल में तलाशी शुरू की। जहां जंगल में तेंदुए ने किशोरी को बुरी तरह से जख्मी कर दिया था। वन विभाग की टीम ने फायरिंग कर तेंदुए को भगाया। जैसे ही किशोरी को उठाने लोग पहुंचे गुलदार ने दोबारा हमला कर दिया। लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ।

तेंदुए के दोबारा हमला करने पर फिर वनकर्मियों ने फायरिंग की और हो-हल्ला कर उसे भगाया। ममता गोविंदी देवी इंटर कॉलेज में आठवीं की छात्रा थी। उसके पिता जल संस्थान में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी हैं। तेंदुए को बार-बार हमले करने करने के कारण ग्रामीण भयभीत हैं।

बंशीधर भगत ने अफसरों से बात कर दिलाई आर्थिक मदद

घटना की सूचना मिलते ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने फोन पर वन विभाग के अधिकारियों से बात की और वन्यजीवों से ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने पीड़ित परिवार को तत्काल मुआवजा देने को भी कहा। उसके बाद वन अधिकारियों ने 90 हजार रुपये का चेक पीड़ित परिवार को सौंप दिया। शेष 2.10 लाख रुपये का भुगतान भी दो-तीन दिनों में करने का आश्वासन दिया है।

ट्रैप के लिए 12 कैमरे लगाए गए

डॉ. पराग मधुकर धकाते, वन संरक्षक वेस्टर्न सर्किल ने बताया कि बच्ची की जान लेने वाले तेंदुए की तलाश को लेकर बॉर्डर एरिया के साथ अन्य जगहों पर 12 कैमरे लगाए गए हैं। तेंदुए की तलाश को लेकर वन विभाग की पूरी टीम लगी है। पीड़ित परिवार के साथ महकमे की पूरी संवदेना है। प्रमुख वन संरक्षक ने भी आवश्यक निर्देश दिए हैं। सोमवार को परिवार को मुवाअजा राशि भी सौंप दी जाएगी।

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