पिथौरागढ़ के मटियाल गांव में गुलदार ने उजाड़ दिया पोल्ट्री फार्म, एक रात में मारीं 1500 से अधिक मुर्गियां

जिला मुख्यालय से 38 किमी. दूर राड़ीखूटी क्षेत्र के मटियाल तोक में गुलदार बीती रात्रि मुकेश कुमार के पोल्ट्री फार्म में घुस गया। फार्म में रखी गई 1500 से अधिक मुर्गियों पर गुलदार ने हमला कर उन्हें मार डाला।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 05:16 PM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 05:16 PM (IST)
पिथौरागढ़ के मटियाल गांव में गुलदार ने उजाड़ दिया पोल्ट्री फार्म, एक रात में मारीं 1500 से अधिक मुर्गियां
प्रभावित मुकेश कुमार ने घटना की सूचना वन विभाग को दे दी है।

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़ : जनपद के राड़ीखूटी क्षेत्र में सक्रिय गुलदार ने एक ही रात में पूरा पोल्ट्री फार्म उजाड़ डाला। फार्म में रखी गई 1500 से अधिक मुर्गियों को गुलदार ने अपना निवाला बना लिया। गुलदार की सक्रियता से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। लोग सांझ ढलते ही घरों में कैद हो जाने को मजबूर हो गए हैं। 

जिला मुख्यालय से 38 किमी. दूर राड़ीखूटी क्षेत्र के मटियाल तोक में गुलदार बीती रात्रि मुकेश कुमार के पोल्ट्री फार्म में घुस गया। फार्म में रखी गई 1500 से अधिक मुर्गियों पर गुलदार ने हमला कर उन्हें मार डाला। 

फार्म मालिक मुकेश कुमार ने बताया कि फार्म गांव से कुछ दूरी पर है। देखरेख के लिए चार कर्मचारी तैनात किए गए हैं, जो फार्म से लगे भवन में रहते हैं। रात में कर्मचारियों ने मुर्गियों के फडफ़ड़ाने की आवाज सुनी थी। मौसम खराब होने के कारण फार्म में हवा रोकने के लिए लगाई गई प्लास्टिक की पन्नियों की आवाज समझकर पहले कर्मचारियों ने ध्यान नहीं दिया। काफी देर तक भी फडफ़ड़ाने की आवाज बंद नहीं होने पर एक कर्मचारी ने कमरे से बाहर आकर बाड़े में देखा तो गुलदार मुर्गियां खाता हुआ दिखा। इस पर उसने शोर मचाकर अन्य साथियों को जगाया। चारों कर्मचारियों ने बाड़े के पास शोर मचाया तब गुलदार ने बाड़ा छोड़ा। 

मुकेश कुमार ने बताया कि उसने स्वरोजगार योजना के तहत सवा दो लाख का ऋण और कुछ अपनी जमा पूंजी लगाकर कारोबार शुरू  किया था, गुलदार ने एक ही रात में उसे सड़क पर ला दिया है। अन्य ग्रामीणों ने बताया कि गुलदार ग्राम सभा के अंतर्गत आने वाले गांवों से आए दिन बकरी और पालतू कुत्तों को उठा ले जा रहा है। गांवों के अधिकांश पालतू कुत्ते गुलदार का शिकार बन चुके हैं। गांव के लोग अंधेरा घिरने से पहले ही घरों में कैद हो जाने को मजबूर है। प्रभावित मुकेश कुमार ने घटना की सूचना वन विभाग को दे दी है।

chat bot
आपका साथी