मंदिर समिति कई बार शासन को भेजा पत्र, सरकार ने नहीं बढ़ाई गिरिजा मंदिर की भूमि की लीज
लोगों की आस्था के धाम गिरिजा देवी मंदिर परिसर की भूमि की लीज सरकार ने नहीं बढ़ाई है। शासन से कई पत्राचार करने के बाद भी मंदिर की भूमि की लीज का नवीनीकरण नहीं हुआ है। सरकार की उदासीनता से मंदिर समिति भी नाराज है।
रामनगर, जागरण संवाददाता : लोगों की आस्था के धाम गिरिजा देवी मंदिर परिसर की भूमि की लीज सरकार ने नहीं बढ़ाई है। शासन से कई पत्राचार करने के बाद भी मंदिर की भूमि की लीज का नवीनीकरण नहीं हुआ है। सरकार की उदासीनता से मंदिर समिति भी नाराज है। वहीं परिसर में दुकान लगाकर कारोबार करने वाले लीज का नवीनीकरण न होने को लेकर असमंजस में हैं।
रामनगर वन प्रभाग की एक एकड़ भूमि 90 साल के लिए गिरिजा देवी मंदिर के परिसर के लिए वर्ष 1972 में 90 साल के लिए लीज पर मिली थी। इस परिसर में वर्तमान में दुकानें, धर्मशालाएं, शौचालय, भवन, बैठने के लिए मैदान हैं। जब भूमि लीज पर वन विभाग से मिली थी तब उसमें शर्त रखी गई थी कि हर 30 साल में लीज का नवीनीकरण अनिवार्य रूप से किया जाएगा।
मंदिर समिति के पदाधिकारियों के मुताबिक वर्ष 2008 में मंदिर परिसर की भूमि की लीज खत्म हो गई थी। भूमि की लीज के नवीनीकरण के लिए शासन को कई पत्र मंदिर समिति द्वारा भेजे गए। 12 साल होने को है, लेकिन अब तक मंदिर की भूमि की लीज सरकार द्वारा नहीं बढ़ाई गई है।
मंदिर समिति के सचिव डा. देवी दत्त दानी बताते हैं कि लीज पर ली गई भूमि का आगे के लिए नवीनीकरण अब तक नहीं हुआ है। शासन से पत्राचार किए गए। कोई कार्रवाई नहीं हुई। मौजूदा समय में श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए मंदिर परिसर के लिए एक हैक्टेयर अतिरिक्त वन भूमि की मांग की गई है। इसके लिए भी शासन को पत्र भेजा गया था। इस संबंध में कोई जवाब शासन से अब तक नहीं मिला है।
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