चंपावत जिले के गल्लागांव और सुल्ला में होगा भूगर्भीय सर्वेक्षण, रिपोर्ट के आधार पर होगा ग्रामीणों का विस्थापन

सांसद अजय टम्टा के निर्देश पर प्रशासन चंपावत जिले के बाराकोट विकास खंड के गल्लागांव और सुल्ला गांव में भूगर्भीय सर्वेक्षण कराएगा। वैज्ञानिकों की रिपोर्ट के बाद यहां आपदा की जद में आए ग्रमीणों का विस्थापन किया जाएगा।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 01:16 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 01:16 PM (IST)
चंपावत जिले के गल्लागांव और सुल्ला में होगा भूगर्भीय सर्वेक्षण, रिपोर्ट के आधार पर होगा ग्रामीणों का विस्थापन
चंपावत जिले के गल्लागांव और सुल्ला में होगा भूगर्भीय सर्वेक्षण, रिपोर्ट के आधार पर होगा ग्रामीणों का विस्थापन

चम्पावत, जागरण संवाददाता : सांसद अजय टम्टा के निर्देश पर प्रशासन चंपावत जिले के बाराकोट विकास खंड के गल्लागांव और सुल्ला गांव में भूगर्भीय सर्वेक्षण कराएगा। वैज्ञानिकों की रिपोर्ट के बाद यहां आपदा की जद में आए ग्रमीणों का विस्थापन किया जाएगा। बीते सोमवार को सांसद अजय टम्टा और मुख्यमंत्री के विशेष प्रतिनिधि प्रमोद रौतेला ने सुल्ला और गल्लागांव जाकर आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने आपदा प्रभावितों से बातचीत की। दौरे के बाद सांसद टम्टा ने जिलाधिकारी विनीत तोमर को बिना किसी देरी के गांवों का भूगर्भीय सर्वेक्षण कराने के निर्देश दिए थे।

जिलाधिकारी विनीत तोमर ने बताया कि जल्दी ही गल्लागांव के साथ सुल्ला गांव का भी भूर्गीय सर्वेक्षण कराया जाएगा। इसकी संस्तुति दे दी गई है। उन्होंने बताया कि बीते दिनों हुई अतिवृष्टि के कारण दोनों गांवों में भूस्खलन से नुकसान हुआ है। आपदा की दृष्टि से दोनों गांव संवेदनशील हैं। लिहाजा भूगर्भीय सर्वेक्षण की रिपोर्ट के अनुरूप ग्रामीणों के विस्थापन की कार्यवाही शुरू की जाएगी। रिपोर्ट के आधार पर यहां के लगभग 60 परिवारों का विस्थापन किया जाएगा। इधर गल्लागांव पहुंचे सांसद अजय अम्टा और मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि अजय रौतेला को ग्रामीणों ने गांव में आपदा से हुए नुकसान की जानकारी दी। कहा कि प्रतिवर्ष मानसून के दौरान गांव की जमीन धंस रही है। इससे आवासीय मकानों में दरारें आ रही हैं। मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि रौतेला ने सरकार की ओर से आपदा प्रभावितों को दी जा रही मदद की जानकारी दी। कहा कि ग्रामीणों को घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार उनके जान माल की सुरक्षा करेगी।

सांसद ने बैठक में दिए जरूरी निर्देश

जिले के आपदा प्रभावित गांवों का दौरा करने के बाद सोमवार की देर शाम सांसद ने सर्किट हाउस में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने अधिकारियों को आपदा राहत कार्य में किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने आपदा की जद में आए गल्लागांव और सुल्ला के साथ एनएच-9 का भी भूगर्भीय सर्वेक्षण कराने को कहा। जिलाधिकारी विनीत तोमर ने बताया कि बाराकोट विकास खंड के गल्लागांव एवं सुल्ला में 60 परिवार आपदा की जद में हैं। शीघ्र इन गांवों में भूभगीर्य सर्वे कराया जाएगा और विस्थापन की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। डीएम ने बताया कि जिले में आपदा प्रभावित सभी गांवों में स्थिति सामान्य करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। जिला स्तरीय अधिकारियों की तैनाती आपदा प्रभावित क्षेत्रों में की गई है जो नुकसान की रिपोर्ट तैयार करने के साथ आपदा पीडि़तों को राहत उपलब्ध करवा रहे हैं। बैठक में आपदा प्रबंधन से संबंधित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

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