मानदेय न मिलने से जीबी पंत कृषि विवि के श्रमिक भड़के, जुलूस निकाला

दो माह का मानदेय न मिलने से जीबी पन्त कृषि विवि के श्रमिक भड़क गए। उन्होंने जुलूस निकालकर विवि गेट पर धरना देकर विवि प्रशासन के खिलाफ रोष जताया। साथ ही चेताया कि यदि जल्द मानदेय नहीं मिला तो उग्र आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 12:00 PM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 12:00 PM (IST)
मानदेय न मिलने से जीबी पंत कृषि विवि के श्रमिक भड़के, जुलूस निकाला
मानदेय न मिलने से कृषि विवि के श्रमिक भड़के, जुलूस निकाला

पंतनगर, जागरण संवाददाता : दो माह का मानदेय न मिलने से जीबी पन्त कृषि विवि के श्रमिक भड़क गए। उन्होंने जुलूस निकालकर विवि गेट पर धरना देकर विवि प्रशासन के खिलाफ रोष जताया। साथ ही चेताया कि यदि जल्द मानदेय नहीं मिला तो उग्र आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।

विवि के फसल अनुसन्धान केंद्र पर श्रमिक एकत्र हुए। जहां से जुलूस की शक्ल में विवि गेट पर पहुंच कर धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के अनुसंधान केंद्रों में काफी संख्या में श्रमिक काम करते हैं। उन्हें अगस्त व सितंबर का मानदेय अभी तक नहीं मिला। इससे उनके सामने आर्थिक संकट गहरा गया है। पैसे न होने से दशहरा पर्व फीका पड़ गया है।

मानदेय को लेकर कई बार ट्रेड यूनियन संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों के साथ विवि के उच्च अधिकारियों से वार्ता भी हो चुकी है। फिर भी मानदेय नहीं मिल सका है। श्रमिकों को हर माह पांच से छह हजार रुपये मानदेय मिलता है।वह भी समय से नहीं मिलता है। ट्रेड यूनियन संयुक्त मोर्चा अध्यक्ष व इंटक जिलाध्यक्ष जनार्दन सिंह ने कहा कि मानदेय हर माह की 10 तारीख को देने का नियम है,परंतु श्रम नियमों का उल्लंघन विश्वविद्यालय प्रशासन समय से वेतन नहीं दे रहा है। बताया जाता है कि सरकार बजट नहीं दे रही है। जिससे यह समस्या उत्पन्न हो रही है।

उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन सरकार से अनुसंधान, शिक्षण कार्य को आगे बढ़ाने के लिए त्वरित बजट आवंटन कर समस्या का समाधान की मांग की। चेताया कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी, तब तक धरना जारी रहेगा। धरना देने वालों में मोर्चा के महामंत्री ओएन गुप्ता ,डॉ महेंद्र शर्मा, संतोष कुमार, रुदल प्रसाद, राज्यपाल ,के0एस0 जीना ,हाकिम,जगदीश कुमार ,राजेश, पन्नालाल ,महेश ,मुस्लिम ,संगीता, हीरामणि, रोहिता, राम दरस ,शिवानंद पांडे आदि शामिल थे।

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