Heavy Rain in Kumaon : निशान से ऊपर बह रही गाैला नदी, चेतावनी जारी, जानिए नैनीताल की इन सड़कों पर ठप हुआ आवागमन

Heavy Rain in Kumaon आपदा कंट्रोल विभाग की ओर से भी स्थानीय स्तर पर चेतावनी जारी की गई है। उप जिलाधिकारी मनीष सिंह ने कहा कि सभी राजस्व उप निरीक्षकों को हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 02:09 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 02:09 PM (IST)
Heavy Rain in Kumaon : निशान से ऊपर बह रही गाैला नदी, चेतावनी जारी, जानिए नैनीताल की इन सड़कों पर ठप हुआ आवागमन
स्थानीय लोगों को नदी क्षेत्र से दूर रहने के लिए कहा गया है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश के बीच गोला नदी खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी है। आपदा कंट्रोल विभाग ने किसी भी हानि से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है।

भारी बारिश के बीच गोला नदी का जलस्तर बीते 12 घंटों में तेजी से बढ़ा है। सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता मनोज तिवारी ने बताया कि नदी में खतरे का निशान 30 हजार क्यूसेक पर लगाया गया है। जबकि नदी का जलस्तर करीब 41000 तक पहुंच गया है। वहीं सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता तरुण कुमार बंसल नदी के हालात पर नजर बनाए हुए हैं। वह गोला बैराज स्थित कार्यालय में स्थिति का जायजा ले रहे हैं। आपदा कंट्रोल विभाग की ओर से भी स्थानीय स्तर पर चेतावनी जारी की गई है। उप जिलाधिकारी मनीष सिंह ने कहा कि सभी राजस्व उप निरीक्षकों को हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। जिसके लिए नदी के आसपास क्षेत्रों में लोगों के नहीं जाने की अपील की गई है।

5 घंटे में 10 गुना से ज्यादा बढ़ा जलस्तर

गोला नदी का जलस्तर भारी बारिश के बीच बहुत तेजी से बढ़ रहा है। शनिवार सुबह 6 बजे से 11 बजे तक नदी का जलस्तर 10 गुना से ज्यादा बढ़ गया है। सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता मनोज तिवारी ने बताया कि शनिवार सुबह 6 बजे नदी का जलस्तर 3900 क्यूसेक था। सुबह 8 बजे यह बढ़कर 5000 हुआ। 9 बजे 15200, 10 बजे 25000 व 11 बजे बढ़कर 41400 तक पहुंच गया। उन्होंने बताया कि यदि बारिश की स्थिति इसी तरह बनी रही तो नदी का जलस्तर और भी ज्यादा बढ़ सकता है।

हल्द्वानी, लालकुआं, बिंदुखत्ता, किच्छा में खतरा

गोला नदी में जलस्तर बढ़ने के बाद खतरे के जल में नदी के किनारे वाले स्थान हैं जिसमें हल्द्वानी के अतिरिक्त लालकुआं, बिंदुखत्ता, किच्छा आदि के क्षेत्र शामिल हैं। स्थानीय लोगों को नदी क्षेत्र से दूर रहने के लिए कहा गया है।

नैनीताल में 17 सड़कों पर यातायात ठप, बारिश का कहर

नैनीताल। जिले में लगातार हो रही मानसूनी बारिश सड़कों पर कहर बनकर टूटी है। जिले में भूस्खलन, पत्थर गिरने व मलबा आने से 17 सड़कों का जिला मुख्यालय से सम्पर्क कट गया है। इन सड़कों को खोलने के लिए बुलडोजर भेजे गए हैं। लगातार बारिश से जनजीवन ठहर गया है। नैनीताल में मानसून की बारिश के बीच बिजली गुल होने से लग बेहद परेशान हैं।

आपदा कंट्रोल रूम से मिली। जानकारी के अनुसार जिले में खुटानी-भवाली, भुजान-बेतालघाट, रातिघाट-बेतालघाट, मल्ला रामगढ़, डाक बंगला मार्ग, हरतोला मार्ग, गणखेत मार्ग, अम्बेडकर -रीखोली मार्ग, कसियालेख-सुपी मार्ग, सेनिटोरियम- सिरोड़ी मार्ग, काठगोदाम-हैड़ाखान, पंगोट- तल्ला बगड़, नैनीताल एरीज मार्ग, रूसी खुर्पाताल बाईपास, कैंची-हरतपा मार्ग, भोंर्सा-पिनरौ मार्ग, गर्जिया-बेतालघाट, तल्ली सेठी-बेतालघाट मार्ग पर यातायात बंद है। जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल के अनुसार बंद सड़कों को खोलने के लिए बुलडोजर भेजे गए हैं। इसके अलावा तराई से पहाड़ जाने वाले वाहन भवाली से वाया रामगढ़ होते हुए क्वारब पुल निकलेंगे जबकि पहाड़ से तराई जा रहे वाहन क्वारब से वाया नथुआखान रामगढ़ होते हुए भवाली निकलेंगे।

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